आज कल लगातार बढ़ता प्रदूषण हमारे शरीर को अंदर से खोखला कर रहा है, यह हमारे फेफड़े, दिल, दिमाग और त्वचा को काफी बुरी तरह प्रभावित करता है। प्रदूषण हमारी आखों पर भी असर डालता है, अकसर स्मॉग के कारण आंखो में जलन की समस्या उत्पन होती है। आज के वक्त में जब हम अपना अधिकतम समय किसी ना किसी स्क्रीन के सामने बिताते हैं यह हमारी आंखों पर बहुत बुरा असर डालता है, इसके चलते ड्राई आइज की समस्या हो सकती है।

ड्राई आइज

आंखों का सूखापन आज के वक्त में काफी तेजी से बढ़ रहा है, यह समस्या उस वक्त उत्पन होती है जब मीबोमियन और लैक्रिमल ग्रंथियां पर्याप्त तेल और पानी के तरल पदार्थ पैदा करने में सफल नहीं हो पाते। अगर हमारी आंखों में सही मात्रा में आंसू पैदा नहीं होगे तो हमें ड्राई आइज की समस्या हो सकती है।

नेत्र विशेषज्ञों के अनुसार हमें जो आंखो में एलर्जी होती है उसका प्रमुख कारण होता है हवा में धूल और धुएं की अधिक मात्रा होना, हवा में बढ़ते प्रदूषण के कारण आंखों से जुड़ी समस्याएं बढ़ गई है। आंखें जो हमारे शरीर की सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है उसके बिना जिंदगी जीना काफी मुश्किल साबित हो सकता है।

आंखों में सूखेपन का क्या है प्रमुख कारण

नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर सौम्य शर्मा के मुताबिक हमारे दैनिक आहार में पोषक तत्वों की कमी और खराब लाइफस्टाइल के चलते हमें आंखों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिसमे से आंखों में सूखापन एक है। अगर हम अपने दैनिक जीवन में अत्यधिक लैपटॉप, मोबाइल, कॉन्टैक्ट लेंस और धूम्रपान करते है तो यह हमारी आंखों में ड्राइनेस बढ़ा सकता है।

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आंखों में सूखेपन के लक्षण

धुंधला दिखना

आंखों में रेडनेस

रोशनी के प्रति संवेदनशीलता

हवा और धुएं के प्रति संवेदनशीलता

फोटोफोबिया

आंखों में खुजली

आंखों में सूखेपन का इलाज

डॉक्टर हेम शाही के अनुसार किडीईडी आज के समय में एक आम बीमारी है, इसके लक्षणों को रोका जा सकता है। आंखों को ड्राई होने से रोकने के लिए डॉक्टर्स आई थेरेपी का उपयोग करते हैं, जिसमे वह आर्टिफिशियल आंसू या उसकी जगह आई ड्रॉप देते है जिसके इस्तेमाल से आपकी यह समस्या हल हो सकती है। डॉक्टर्स के मुताबिक डाइट्री सप्लीमेंट्स जैसे ठंडे पानी वाली मछली जैसे सैल्मन, सार्डिन, हेरिंग, कॉड, और ओमेगा -3 फैटी एसिड में उच्च अलसी के तेल जैसे डाइट्री सप्लीमेंट्स भी ड्राई आइज की समस्या को दूर कर सकते हैं।

अगर कभी आपको आंखों में जलन या फिर एलर्जी जैसा महसूस हो उस समय ठंडी सिकाई और आई ड्रॉप का इस्तेमाल करे। अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग करते है तो आप इनका इस्तेमाल उस वक्त तक रोक दे जब तक आपकी आंखे पूरी तरह स्वस्थ ना हो जाए। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए एक स्वस्थ डायट ले, धूम्रपान करना छोड़ दे और गंदे हाथों से आंखों को ना छुए क्योंकि इससे आपको आंखों में एलर्जी हो सकती है। आंखों को स्वस्थ बनाए रखना अतिआवश्यक है क्योंकि यह सीखने और समझने की क्षमताओं को बढ़ाता है।

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