प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 2022 में एक बड़ा बदलाव किया गया है। पीएम किसान के तहत लाखों किसानों ने फर्जी तरीके से 2000 रुपए की नई किस्त अपने नाम कर ली है। इस योजना की शुरुआत से लेकर अब तक आठ बदलाव किए जा चुके हैं। अब 12 करोड़ से अधिक किसानों पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। इससे पहले पीएम किसान निधि योजना के लाभार्थियों के लिए ई केवाईसी कराना जरूरी कर दिया गया था। लेकिन अब जो बदलाव हुआ है उससे अपात्र लाभार्थियों की पहचान आसानी से हो जाएगी।

किसान पोर्टल पर सुविधा

अब सरकार ने अपात्रों पर शिकंजा कसने के लिए वसूली नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। कई जगहों पर तो लोगों के जेल जाने की नौबत भी आई है। पीएम किसान ने अपना पैसा वापस लेने के लिए पीएम किसान पोर्टल पर एक सुविधा उपलब्ध कराई है। इसमें आप ऑनलाइन तरीके से भी पैसा रिफंड कर सकते हैं। पीएम किसान निधि योजना की 11वीं के आने से ठीक पहले मोदी सरकार ने यह बड़ा बदलाव कर दिया है।

ये भी पढ़ें Bhojpuri Hot Song समर सिंह के इस  गाने को देख खुद रोक नहीं पाएंगे

ईकेवाईसी आधार अनिवार्य

मोदी सरकार ने इस योजना में बदलाव करके किसानों को एक तोहफा दिया है। बदलाव यह है कि आप रजिस्ट्रेशन के बाद अपना स्टेटस खुद चेक कर सकते हैं। इसके अलावा आप बैंक अकाउंट में कितनी किस्त आई है इसका भी ब्यौरा ले सकते हैं। अब पीएम किसान पोर्टल पर जाकर कोई भी किसान अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर या बैंक खाता नंबर दर्ज कर जानकारी हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा सरकार ने पीएम किसान योजना में रजिस्टर्ड किसानों के लिए ईकेवाईसी आधार अनिवार्य कर दिया है।

बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के लिए सीएससी केंद्र से करें संपर्क

पोर्टल में कहा गया है कि आधार आधारित ओटीपी प्रमाणीकरण के लिए किसान कॉर्नर में ईकेवाईसी विकल्प को चुन कर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के लिए अपने सीएससी केंद्र से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा व्यक्ति घर बैठे ही अपने ऑनलाइन तरीके से पूरा कर सकते हैं। बता दे कि इस योजना की शुरुआत में केवल उन किसानों को इसका पात्र माना गया है जिनके पास कृषि योग्य खेती 2 हेक्टेयर थी। अब मोदी सरकार ने ये बांध्या खत्म कर दी है

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं

Share.
Exit mobile version