अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के कैंपस में खड़े मिग लड़ाकू विमान के ढांचा को बेचने के लिए किसी ने ऑनलाइन विज्ञापन पोस्ट कर दिया। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग कॉलेज के बाहर साल 2009 से यह फाइटर प्लेन खड़ा है।कारगिल युद्ध के बाद प्लेन के स्क्रैप हो जाने पर इसको विश्वविद्यालय भेज दिया गया था, जिससे छात्र लड़ाकू विमान की एयरोडायनामिक्स समझ सकें। लेकिन किसी नटवरलाल ने OLX पर इसको बेचने का विज्ञापन दे दिया। इसकी कीमत 9 करोड़ 99 लाख 99 हजार 999 रुपये रखी गई। ऐसे में फाइटर प्लेन की बिक्री की खबर लोगों में आग की तरह फैली और शहरभर में इसी को लेकर चर्चाएं होनी लगी। मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन और पुलिस के आईटी सेल को की। जानकारी के मुताबिक, ऑनलाइन विज्ञापन पोस्ट भी साइट से डिलीट कर दी गई है। एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली ने बताया इंजीनियरिंग विभाग के फाइटर प्लेन की फोटो को OLX पर डालने का मामला संज्ञान में आया है। जिसे फिलहाल साइट से डिलीट कर दिया गया है, लेकिन पूरे मामले की जांच चल रही है। साथ ही OLX के संबंधित अधिकारियों से भी बात हुई है, जांच में जो भी तथ्य सामने आएगा, उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।

प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली ने बताया कि, यूनिवर्सिटी ने कोई ऐसा कदम नहीं उठाया है इसको बेचने से संबंधित। लिहाजा जो सूचना है, वह गलत है। उसको सही ना माना जाए। जो भी इस तरह की शरारत का दोषी होगा उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। इस पोस्ट को डालने में विश्वविद्यालय या इंजीनियरिंग कॉलेज की किसी भी विभाग की कोई भूमिका नहीं है।

विवादों से AMU का नाता

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना साल 1875 में सर सैयद अहमद खान ने की थी। बता दें कि कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की तर्ज पर ब्रिटिश राज के समय बनाया गया यह पहला उच्च शिक्षण संस्थान था। सैयद अहमद खान हिन्दुस्तानी शिक्षक और नेता थे जिन्होंने भारत के मुसलमानों के लिए आधुनिक शिक्षा की शुरुआत की। उनके प्रयासों से अलीगढ़ क्रांति की शुरुआत हुई, जिसमें शामिल मुस्लिम बुद्धिजीवियों और नेताओं ने भारतीय मुसलमानों को हिन्दुओं से अलग करने का काम किया और पाकिस्तान की नींव डाली। आजादी के बाद भी AMU में कभी कश्मीर तो कभी जिन्ना की तस्वीर पर बवाल होता रहा। अभी कुछ दिन पहले ही सीएए / एनआरसी बिल के समर्थन पर AMU की छात्रा को पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी मिली थी। ये मामला अभी पूरी तरीके से शांत भी नहीं हुआ । कुछ शरारती तत्वों ने नए विवाद को जन्म से दिया।

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