पाकिस्तान अभी भी आतंकवाद में संलिप्त है। पाक और चीन का मिलाप भारत देश लिए घातक हो सकता है और इस बात में कोई दो राय नहीं है कि आगे भविष्य में पाक-चीन का भारत से भी टकराव हो सकता है। इसी मुद्दे पर आज आर्मी चीफ एम एम नरवणे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये अपनी बात रखी। उन्होंने कहा है कि देश की सेना न सिर्फ पूर्वी लद्दाख में बल्कि उत्तरी बॉर्डर पर भी हाई अलर्ट मोड में है। यहां सेना हर चुनौती से निपटने को तैयार है। पिछला साल चुनौतियों से भरा था। बॉर्डर पर तनाव था और कोरोना संक्रमण का भी खतरा था। लेकिन, सेना ने इसका कामयाबी से सामना किया है। इस संकट के समय भी पाकिस्तान और चीन मिलकर भारत के लिए एक शक्तिशाली खतरा पैदा कर सकते हैं और टकराव की आशंका को दूर नहीं किया जा सकता है। इसलिए हमने उत्तरी बॉर्डर पर और लद्दाख में उच्च स्तर की तैयारी की है और किसी भी चुनौती से निपटने को तैयार हैं।

आर्मी चीफ ने कहा कि सेना ने लद्दाख और उत्तरी सीमा की तैयारियों को पूरा करते हुए सर्दियों को लेकर पूरी तैयारी की है। हमें शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद है, लेकिन हम किसी भी आकस्मिक चुनौती का सामना करने को तैयार हैं। इसके लिए भारत की सभी लॉजिस्टिक तैयारी संपूर्ण है। पूर्वी लद्दाख में हम चौकस है। चीन के साथ कॉर्प्स कमांडर लेवल की 8 दौर की वार्ता हो चुकी है हम अगले राउंड की वार्ता का इंतजार कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि संवाद और सकारात्मक पहल से इस मुद्दे का हल निकलेगा। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हमारी तैयारी बेहद उच्च कोटि की है और हमारी सेना का मनोबल ऊंचा है।

पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद का रुख कैसा है इस बात से पूरी दुनिया वाकिफ है। इस बारे में बात करते हुए कहा कि – पाकिस्तान अभी भी आतंकवाद के साथ गलबहियां कर रहा है, लेकिन आतंकवाद के प्रति हमारी नीति जीरो टॉलरेंस की है। हम अपने पसंद के समय, स्थान और लक्ष्य पर प्रतिक्रिया देने का अपना अधिकार सुरक्षित रखते हैं, ये स्पष्ट संदेश हमने सीमा पार बैठे पड़ोसी देश को दिया है।

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