कोरोना संकट के बीच अयोध्या में इस बार भी भव्य तरीके से दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा….जिसके आयोजन के लिए यूपी सरकार ने तैयारियां शुरु कर दी है। दीपोत्सव में इस साल लोगों की भीड़ तो नहीं होगी, लेकिन सरकार एक बार फिर भव्य रूप में अयोध्या की सजावट कराएगी। ये मौका इसलिए भी खास होगा क्योंकि इस साल अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के बाद पहली बार दीपावली के मौके पर दीपोत्सव आयोजित होगा। कोरोना संकट के बीच सभी के मन में सवाल था कि इस बार अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन कैसे होगा तो इन सवाल से पर्दा हट गया है…योगी सरकार ने अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारियां शुरु कर दी है। इस बार दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए अवध यूनिवर्सिटी को पांच लाख दीपक जलाने की जिम्मेदारी दी गई है। 11 नवंबर से 13 नवंबर तक होने वाले इस कार्यक्रम के लिए दीपोत्सव की जगहें चुन ली गई हैं। इस दीपोत्सव के मौके पर सरयू के तट पर कुल 24 बड़े और छोटे घाटों को रोशनी से चमकाने के लिए तय कर लिया गया है।  इन दीपों को जलाने के लिए अवध विश्वविद्यालय के छात्रों के अलावा डिग्री और इंटर कॉलेज से करीब 8000 छात्रों को लगाया जा रहा है।  दीपोत्सव के दौरान कोविड-19 महामारी को देखते हुए, सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को फॉलो करने की भी पूरी तैयारी की गई है। दीपकों को सजाने के दौरान भी दूरी का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इस बार सजाए जाने वाले सभी दीये एक ही आकार के होंगे। क्योंकि इस दीपोत्सव को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी शामिल कराए जाने का प्लान है।

5 लाख दीपकों से जगमगाएगी अयोध्या नगरी

कोरोना काल में भी दीपोत्सव वैसे ही भव्य होगा जैसा का पहले होता था। इस बार भी करीब 5 लाख दीपकों से अयोध्या नगरी जगमगाएगी। जिसके लिए रामनगरी के कुम्हारों के चाक भी बड़े तेजी से चल रहे हैं। कोरोना संकट में आर्थिक तंगी झेल रहे कुम्हारों को जब दीपक बनाने का ऑर्डर मिला तो उनके चेहरे पर मुस्कान तैरने लगी। वो खुश हैं कि एक तो राम का काम कर रहे हैं दूसरा उससे उन्हें रोजगार भी मिल रहा है। दीपोत्सव में कोरोना की वजह से इस साल लोगों की भीड़ तो नहीं होगी। लेकिन सरकार एक बार फिर भव्य रूप में अयोध्या की सजावट कराएगी।

कोविड नियमों का पालन किया जाएगा

अबकी बार दीपोत्सव का ये मौका इसलिए भी खास होगा, क्योंकि इस साल अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के बाद पहली बार दीपावली के मौके पर दीपोत्सव आयोजित होगा। इस बार भगवान रामलला के अस्थाई मंदिर को भव्य दीपों से सजाया जाएगा। वहीं मंदिर निर्माण स्थल पर भी बड़ी संख्या में दीप जलेंगे। हालांकि अबकी बार रामभक्त अयोध्या जाकर दीपोत्सव का आनंद तो नहीं उठा पाएंगे लेकिन घर बैठे टेलीविजन और दूसरे माध्यमों से वहां की सीधी तस्वीरें उन्हें दिखाएगी। इसके लिए बड़े स्तर पर सरकार ने इंतजाम शुरु कर दिए हैं।

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