अक्टूबर का महीना आने वाला है। यानी रामलीला शरु होने वाली है। अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के बाद राम भक्त खुश हैं और धर्म नगरी में चहल पहल बढ़ गई है। अयोध्या में होने वाली रामलीला को भव्य स्वरूप देने की तैयारी की जा चुकी है। रामलीला में दिग्गज कलाकार भाग लेंगे। 17 से 25 अक्टूबर तक रामलीला का आयोजन किया जाएगा। लेकिन चुनौती यह है कि कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए लोगों को बिना ग्राउंड में बुलाए रामलीला कैसे दिखाई जाए। रामलीला कमेटी ने आपदा को अवसर में बदलते हुए इसका डिजिटल रूपांतरण करने का विचार किया है। इतना ही नहीं इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए पहली बार करोड़ों रामभक्तों के बीच इंटरनेट और सोशल मीडिया के मंचों से कई भाषाओं में दिखाया जाएगा।

भव्य रामलीला के मेहमान

इस साल के रामलीला को लेकर संतों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। फिल्मी सितारों और राजनेताओं से सजी इस रामलील के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री को न्यौता भी भेजा जा चके हैं। यह कार्यक्रम 17-25 अक्टूबर तक चलने वाला है। ऐसे में पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है। बता दें कि इस साल आयोजित होने वाले रामलीला कार्यक्रम में कुल 22 कलाकार भाग ले रहे हैं। हालांकि अब तक यह सामने नहीं आ पाया है कि राम और सीता का किरदार कौन निभाएगा।

फिल्मी सितारों, राजनेताओं से सजेगी रामलीला

अयोध्या में रामलीला के आयोजन को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। इस बार की रामलीला खास होगी. इसके अलावा हनुमान की भूमिका दारा सिंह के बेटे बिंदु दारा सिंह निभाएंगे। रवि किशन भरत की भूमिका में नजर आएंगे, वहीं अंगद की भूमिका में मनोज तिवारी दिखाई देंगे। अगर अन्य कलाकारों की बात करें तो अहिरावण के किरदार के लिए रजा मुराद, रावण के किरदार के लिए शाहबाज खान और नारद मुनि का किरदार असरानी निभाएंगे। ऐसे ही कुल 22 कलाकार इसमें शामिल होने वाले हैं।

तकनीक युक्त होगी अयोध्या की रामलीला

यह रामलीला स्पेशल इसलिए भी है क्योंकि रामलीला कार्यक्रम के दौरान इसे यूट्यूब, ऑनलाइन माध्यम और सैटेलाइट चैनलों पर प्रसारित किया जाएगा। अयोध्या की रामलीला बॉलीवुड के तकनीकी डायरेक्शन से भी युक्त होगी। इसी तकनीक से हवा में उड़ते हनुमान का दर्शन होगा। इसी के जरिए हवा में राम-रावण का युद्ध और ताड़का वध जैसे दृश्यों का मंचन होगा। रामलीला के प्रोड्यूसर और फिल्म निर्माण से जुड़े सुभाष मलिक के अनुसार, फिल्मों में जिस तकनीक के माध्यम से दृश्यों को जीवंतता और भव्यता दी जाती है, अयोध्या की रामलीला में भी उन सारी संभावित तकनीक का उपयोग किया जाएगा। रामलीला की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। भगवान राम की रामलीला 14 भाषाओं में दिखाई जाएगी। इसके संवादों की रिकॉर्डिंग हमारी मातृभाषा हिन्दी, इंग्लिश, भोजपुरी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मराठी, पंजाबी, उर्दू, राजस्थानी, हरयाणवी, बंगला, मैथिली,ओड़िया में की जाएगी। ताकि जो लोग लाइव नही देख सकें वो भी अपनी भाषा में रामलीला का आंनद लें।

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