बिहार के विशाल पर्वतो को काटकर रास्ता बनाने वाले दशरथ मांझी को कौन भूल सकता है? दशरथ मांझी के जीवन और उनकी उपलब्धि पर तो फिल्म भी बन चुकी है। दशरथ मांझी ने अपने जुनून से साबित कर दिया था कि, अगर कुछ करने की इच्छा और जज्बा हो तो कुछ भी किया जा सकता है। एक बार फिर से मांझी खबरों में हैं। दशरथ मांझी की बेटी लौंगी देवी का निधन हो गया है। लौंगी देवी 70 साल की थीं और लंबे समय से एनीमिया की बीमारी से पीड़ित चल रहीं थीं। जिसकी वजह से उनका शुक्रवार को निधन हो गया। लौंगी देवी का प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है। कुछ दिन पहले लौंगी देवी के चोट भी लगी थी जिसकी वजह से उनकी हालत और भी ज्यादा बिगड़ गई थी और वो बच नहीं सकीं।
मांझी की बेटी के निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक जताते हुए ट्वीट किया है। जिसमें लौंगी देवी के निधन पर दुख जताते हुए ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति की कामना भी की है।आपको बता दें, लौंगी देवी के बीमार होने के बाद उन्हें जयप्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं से उनका इलाज चल रहा था। लेकिन उसके बाद भी वो ठीक नहीं हुई उन्हें बेहतर इलाज के लिए अनुदान नारायण मगध मेडिकल कॉलेज भेज दिया। लेकिन लौंगी देवो को उनके परिजन अपने घर लेकर चले गये। उसके बाद लौंगी देवी का निधन हो गया। जिसके बाद सरकार की तरफ से उनका अंतिम संस्कार परिजनों की उपस्थिति में करा दिया गया।