बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्र लिखकर किसानों को राहत देने की मांगे की है। पत्र में उन्होंने गन्ने की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि करने, गेहूं और धान की सरकारी खरीद पर बोनस देने, प्रधानमंत्री किसान योजना की राशि दोगुनी करने और डीजल पर सब्सिडी देने की मांग की है।

वरुण गांधी के इस पत्र से किसानों को जरूर समर्थन मिल रहा है लेकिन इससे योगी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है आने वाले वक्त में विधानसभा चुनाव होने वाला है ऐसे में माना जा रहा है कि वरुण के इस लेटर के सहारे विपक्ष के साथ किसान संगठन भी योगी सरकार पर दबाव बढ़ा सकते हैं और इसका असर 2022 के विधानसभा चुनाव के परिणाम पर भी पड़ेगा।

बता दें कि योगी आदित्यनाथ को लिखे दो पन्नों के पत्र में पीलीभीत से लोकसभा सदस्य ने किसानों की समस्याओं और उनकी मांगों का उल्लेख किया है। इसके साथ ही उन्होंने इन समस्याओं के समाधान के लिए कुछ सुझाव भी दिए हैं।पत्र में वरुण गांधी ने गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल करने का सुझाव दिया है जबकि उत्तर प्रदेश में इसकी मौजूदा कीमत 315 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई है।

वरुण गांधी ने कहा है कि किसानों को गेहूं और धान पर 200 रुपए प्रति क्विंटल की दर से एमएसपी पर अतिरिक्त बोनस मिलना चाहिए। उन्होंने यह भी मांग रखी है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली राशि को 6 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपए कर दिया जाए। केंद्र की तरह राज्य सरकार भी 6 हजार रुपए सालाना दे।

बिजली और डीजल को लेकर किसानों की चिंता को ताजा करते हुए वरुण गांधी ने पत्र में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से डीजल पर ₹20 प्रति लीटर की सब्सिडी देने और बिजली की दरों पर तत्काल प्रभाव से कटौती करने का अनुरोध किया है।

वरुण गांधी ने योगी आदित्यनाथ के सामने ये मांगें ऐसे समय पर रखी हैं, जब अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है तो 5 सितंबर को कई किसान संगठनों ने मुजफ्फरनगर में महापंचायत की है। ऐसे में जब अपने ही पार्टी के सांसद सीएम योगी को पत्र लिख रहे हैं तब विपक्ष भी सरकार पर दबाव बना सकता है।

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