सीबीआई के डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल 1985 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) ऑफिसर थे। सुबोध कुमार ने सिर्फ 23 वर्ष की उम्र में ही यूपीएससी एग्जाम को क्लियर किया था। इनका जन्म और इनकी प्रारंभिक शिक्षा धनबाद में ही हुई। इनका बचपन से ही सपना था कि यह सेना में अफसर बनना चाहते हैं।इन्होंने 12वीं पूरी करने के बाद तीन डिफेंस एग्जाम्स भी दिए पर उनमें यह सफल नहीं हो पाए।

कला में ग्रेजुएशन करने के बाद एमबीए किया और साथ ही साथ यूपीएससी का एग्जाम भी दिया और पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्लियर कर लिया तब इनकी उम्र महज 23 वर्ष थी। सुबोध कुमार रॉ और एसपीजी जैसी डिफेंस एजेंसी को भी हैंड ओवर कर रहे हैं। सुबोध की सफलता से पूरा झारखंड अपने आपको आसमान की बुलंदियों को महसूस कर रहा है। 

सीबीआई ने कल रात मंगलवार को ही सुबोध कुमार को अपना डायरेक्टर घोषित किया। इनका यह कार्यकाल 2 वर्ष का होगा और यह 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी है। इससे पहले यह सीआईएसफ के पद पर महानिदेशक के रूप में कार्य कर रहे थे। 

सुबोध कुमार को यह पद कैबिनेट नियुक्ति समिति (एसीसी) की तरफ से प्राप्त हुआ है। 

इससे पहले  सीबीआई के डायरेक्टर के पद पर ऋषि कुमार शुक्ला थे। यह पद फरवरी माह से खाली है और अंतरिम प्रमुख के रूप में अपर महानिदेशक प्रवीण सिन्हा इसकी कमान संभाल रहे थे और अब इसका डायरेक्टर सुबोध कुमार को चुन लिया गया है।

इससे पहले सोमवार को नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बैठाई गई एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान केंद्रीय सुरक्षा औद्योगिक बल के महानिदेशक सुबोध कुमार जायसवाल और केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव वी. एस. के. कौमुदी और (एसएसबी) सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक कुमार राजेश चंद्रा के नाम की लिस्ट तैयार की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा इस उच्च स्तरीय बैठक में भारत के प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमन्ना और कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी भी उपस्थित थे।

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