उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत इन दिनों अपने काम से ज़्यादा अपने अजीबो गरीब बयान के लिए सुर्ख़ियों में रहते हैं। कभी वो जीन्स को लेकर कुछ विवादित बयान दे देते हैं तो कभी वो राशन को लेकर कुछ बयान दे देते हैं। हाल ही में , सीएम तीरथ सिंह ने कुछ ऐसा बयान दे दिया है , जिसके कारण उन्हें एक बार से आलोचनाओं का सामना करना पड़ सकता है। दरसल,हरिद्वार में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है लेकिन महामारी की वजह से हरिद्वार में इस बार उतनी भीड़ नहीं है। 12 अप्रैल के शाही स्नान पर भी हरिद्वार में हर बार की तरह इस बार श्रद्धालुओं की संख्या बहुत ज्यादा नहीं दिखी थी। पुलिस के मुताबिक कल शाम तक तकरीबन 35 लाख श्रद्धालुओं ने मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। एक तरह से देखा जाये तो ये संख्या भी कम नहीं है। कोविड-19 को लेकर सरकार की बंदिश की वजह से भी भारी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार नहीं पहुंच सके।

ये सब देखकर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने एक विवादित बयान देते हुए कहा कि – कुंभ में मां गंगा की कृपा से कोरोना नहीं फैलेगा। कुम्भ और मरकज की तुलना करना गलत है। मरकज से जो कोरोना फैला वह एक बंद कमरे से फैला क्योंकि वे सभी लोग एक बन्द कमरे में रहे। जबकि हरिद्वार में हो रहा कुम्भ का क्षेत्र नीलकंठ और देवप्रयाग तक है। हरिद्वार में करीब 16 से ज्यादा घाट बनाये गए हैं। ऐसे में हरिद्वार कुम्भ और मरकज की तुलना नहीं की जा सकती। मेरी सभी से यह अपील है कि जो भी लोग कुम्भ में स्नान करें, वह सभी लोग कोविड की गाइड लाइन का पालन जरूर करें।

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