कोविड 19 की वजह से इस समय देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हालत काफी गंभीर है। हालत बेकाबू होने की बजाए दिन प्रतिदिन मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। अगर सिर्फ हम आज की रिपोर्ट की बात करें तो आज ही 13 हजार 500 से अधिक लोग कोविड 19 का शिकार हुए हैं। कोरोना का प्रकोप बढ़ते हुए देख आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक वरिष्ठ न्यूज़ चैनल से इस मुद्दे पर बात की और साथ ही ये भी बताया कि कोरोना की चौथी वेव ज्यादा खतरनाक है और सरकार कोविड 19 के रोकथाम के लिए किस प्रकार से तैयारी कर रही है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि पहला प्रयास है कि कोरोना को फैलने से रोकना है। इसके लिए कई पाबंदियों का एलान किया गया है। जनता को जागरूक होना होगा। दूसरा यह कि जो लोग बीमार हो रहे हैं, उन्हें अस्पताल मिले। मेरा आम लोगों से अनुरोध है कि सामान्य लक्षण दिखने पर अस्पताल नहीं जाएं। कई अस्पतालों को हमने कोविड अस्पताल घोषित किया है। बेड्स और ऑक्सीजन की अभी दिल्ली में कोई कमी नहीं है। वंबर में जब केस आ रहे थे तब सबसे अधिक साढ़े आठ हजार के करीब केस आए थे। अभी केस लगातार बढ़ रहे हैं। और कितने बढ़ेंगे इसका कोई अंदाजा नहीं है। दिल्ली सरकार तीन स्तर पर काम कर रही है।

सीएम केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन से कोरोना खत्म नहीं होता है। लॉकडाउन करने से कोरोना की रफ्तार जरूर कम होती है, लेकिन लॉकडाउन हटाने पर फिर से कोरोना के केस बढ़ने लगते हैं। अगर हेल्थ सिस्टम चरमरा नहीं जाता है…तब तक हम लॉकडाउन के बारे में नहीं सोचेंगे। अगर दिल्ली में बेड्स नहीं मिल रहे हैं, ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। अस्पतालों में इलाज नहीं होने से लोगों की मौतें हो रही है तो लॉकडाउन लगाना पड़ेगा। अभी ऐसी कोई परिस्थिति नजर नहीं आती है। हमें नागरिकों का सहयोग जरूरी है। पिछले दिनों केस कम हुए थे. तब लोगों को लगा था कि कोरोना खत्म हो गया है। यह एक बड़ी वजह रही कि अब फिर से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लोगों को मास्क पहनना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।

सीएम ने कहा कि अभी लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। अगर कुछ लोग शहर छोड़के जा रहे हैं तो मैं उनसे कहना चाहता हूं कि ये वेव जल्द ही खत्म हो जाएगी। चिंता की जरूरत नहीं है। हम इस जंग को जीतेंगे। केंद्र सरकार को 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करके ऑनलाइन परीक्षाओं समेत वैकल्पिक तरीके खोजने चाहिए। परीक्षाएं आयोजित करने से संक्रमण व्यापक स्तर पर फैल सकता है और परीक्षा केंद्रों में संक्रमण के बड़ी संख्या में मामले सामने आ सकते हैं। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं चार मई से आरंभ होंगी।

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