छठ पूजा जो बिहार के लोगों में एक प्रसिद्ध पर्व है, इस दिन श्रद्धालु छठी मईया की पूजा-अर्चना करते हैं। इस पर्व को लेकर दिल्ली सरकार ने भी छुट्टी का ऐलान किया है। छठ पर्व के उपलाक्ष में दिल्ली सरकार ने बिहार से आए अपने सभी वासियों को एक तौफा दिया है, 10 नवंबर को छठ पर्व के उत्सव पर सार्वजनिक अवकाश का ऐलान किया गया है।

कुछ दिनों पहले दक्षिण दिल्ली के महापौर मुकेश सूर्यान ने जानकारी दी कि सरकार छठ के पर्व के लिए क्षेत्र के हर एक वार्ड में 40 हजार रुपए तक खर्च करेगी। एक वार्ड के अंदर अधिकतम दो छठ घाट बनाए जाएंगे, एक छठ घाट पर तकरीबन 20 हजार रुपए खर्च किए जाएंगे। आपको बता दे इन छठ घाटों के निर्माण में जो खर्च होगा वह नगर निगम करेगा।नगर निगम का इंजीनियरिंग विभाग सरकार द्वारा निर्धारित इस बजट के अनुसार छठ घाटों पर व्यवस्था करेगा।

बीते दिनों छठ पर्व को लेकर काफी ज्यादा हड़कंप मचा हुआ था, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पिछले महीने एक नोटिस जारी किया था जिसमे उन्होंने कोरोना संक्रमण को देखते हुए नदी किनारे, तालाबों और मंदिरों समेत सभी सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा को मंजूरी प्रदान नहीं की थी।

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डीडीएमए के इस निर्णय के बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल का जमकर विरोध किया था और लगातार मांग की जा रही थी कि छठ पूजा पर से रोक हटाई जाए, लगातार विरोध का सामना कर रहे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को एक पत्र लिखा था। पत्र में केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल को बताया कि दिल्ली में कोरोना काबू में है, इसीलिए छठ पूजा को मंजूरी प्रदान की जाए।

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