कोरोना वायरस के कारण सभी लोगों के मन डर बैठ गया है और डरने वाली तो बात ही है की दिन प्रतिदिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए राजधानी दिल्ली में कल रात 10 बजे से अगले हफ्ते सोमवार सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन की घोषणा कर दी गयी है। फिलहाल सोमवार तक दिल्ली में जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी सुविधाएं लगभग बंद हैं। दिल्ली पुलिस सख्ती के साथ लॉकडाउन का पालन करा रही है। पुलिस गाड़ियों की चेकिंग कर रही है। वहीं दिल्ली मेट्रो ने अपने सभी स्टेशन्स के एंट्री और एग्जिट गेट खोल दिए हैं।

अचानक लॉकडाउन लगाने की घोषणा को लेकर यूपी में मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि – दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जल्दी में लॉकडाउन लगाया, जिसकी वजह से लोग परेशान हो रहे हैं। कल रात को हमने लॉकडाउन का प्रभाव गाजियाबाद, नोएडा बॉर्डर पर देखा। दिल्ली की बसों ने लोगों को बॉर्डर पर लाकर छोड़ दिया, जिसके बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कल ही उन लोगों को उनके घर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है ।

बढ़ती मरीजों को संख्या और कम होते हुए हॉस्पिटल्स में बेडों की संख्या को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया है कि दिल्ली में कल 23,686 कोरोना के मामले आए और पॉजिटिविटी रेट 26% रहा। दिल्ली में अभी कुल 18,923 बेड हैंस जिसमें 2462 बेड खाली हैं। पिछले 10-12 दिन में 3 गुना बेड बढ़े हैं। इस मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि कोरोना का 25,000 प्रतिदिन का आंकड़ा अब आगे बढ़ चुका है। 3 अप्रैल को हमारे पास 6,071 बेड थे। आज हमारे पास 19,101 बेड हैं। करीब 2 हफ्ते के समय में तीन गुना से ज्यादा बेड बढ़ा दिए गए हैं। इसमें से 2,500 बेड अभी भी खाली हैं। अगले 4-5 दिन में 2,700 बेड और जुड़ने वाले हैं। कोरोना होते ही अस्पताल न भागें। होम आइसोलेशन में ही रहें।अगर कोई भी अस्पताल ऐप पर ठीक जानकारी नहीं देगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Share.
Exit mobile version