शुक्रवार को मप्र के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आवास के पास धरने पर बैठ गए। दरअसल, दिग्विजय सिंह सिंचाई प्रोजेक्ट के डूब प्रभावित किसानों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज से मुलाकात करना चाहते थे। मगर मुख्यमंत्री शिवराज से जब उन्हें वक़्त नहीं मिला, तो वे धरने पर बैठ गए। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री आवास के पास सुरक्षा के सख्त इंतजाम कर दिए गए है। 

वही मुख्यमंत्री आवास की तरफ जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। मुख्यमंत्री शिवराज की तरफ से अब 23 जनवरी को दिग्विजय सिंह को मिलने का वक़्त दिया गया है। दरअसल, दिग्विजय सिंह ने 3 दिन पहले बताया था कि शिवराज सिंह चौहान, यदि 20 जनवरी तक उन्हें मुलाकात करने का वक़्त नहीं देंगे तो 21 जनवरी को वह सीएम निवास के बाहर धरने पर बैठेंगे। दिग्विजय सिंह का इल्जाम है कि वह सीएम से काफी वक़्त से मिलने का वक़्त मांग रहे हैं, मगर सीएम वक़्त नहीं दे रहे हैं। दिग्विजय ने बाकायदा इसके लिए सीएम शिवराज को पत्र भी लिखा था। 

वही दिग्विजय सिंह चार जिलों के डूब प्रभावित इलाकों के किसानों और गांव वालों की दिक्कतों को लेकर सीएम शिवराज से मिलना चाहते हैं। टेम एवं सुठालिया सिंचाई प्रोजेक्ट्स के अंतर्गत भोपाल, राजगढ़, विदिशा एवं गुना जिले में डूब में आ रहे परिवारों की दिक्कतों को लेकर दिग्विजय सिंह आज सीएम शिवराज से मुलाकात करना चाहते थे। दिग्विजय का आरोप है कि पिछले एक माह से वह मुख्यमंत्री शिवराज से मिलने का वक़्त मांग रहे हैं मगर मुख्यमंत्री वक़्त नहीं दे रहे हैं। वही आज प्रातः जब सीएम शिवराज सिंह चौहान श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट सिटी पार्क पर वृक्षारोपण करने दिग्विजय सिंह के बंगले के समक्ष से गुजरे तब ही पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह किसानों के साथ उनसे मुलाकात करने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया तथा उनके वाहन को चारों ओर से घेर लिया। इसके पश्चात् ही दिग्विजय सिंह धरने पर बैठ गए।

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दिग्विजय सिंह ने बीते दिनों अपनी जन जागरण यात्रा के दौरान भोपाल, राजगढ़, विदिशा और गुना जिले में टेम, पार्वती और सुठालिया सिंचाई परियोजनाओं के अंतर्गत डूब में आ रहे किसानों और पीड़ितों से मुलाकात की थी। इलाके के हजारों परिवारों की समस्या देख उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इसके समाधान का आश्वासन दिया। पीड़ितों की इन समस्याओं को लेकर दिग्विजय सिंह ने पहले दो बार सरकार को चिट्ठी लिखी। फिर सुनवायी न होने पर किसानों के साथ धरने पर बैठने का अल्टीमेटम दे दिया था। 9 जनवरी की रात पौने ग्यारह बजे फोनकर उन्हें 21 जनवरी के लिए मुलाकात का समय निर्धारित किया गया। लेकिन 20 जनवरी की सुबह दिग्विजय सिंह को फिर बताया गया कि मुख्यमंत्री व्यस्त हैं, इसलिए वे आपसे मुलाकात नहीं कर सकते हैं। सीएम के इस बर्ताव पर दिग्विजय सिंह ने आपत्ति जताई और ऐलान कर दिया कि नियत समय पर वे सीएम हॉउस पहुंच जाएंगे। जो कि पहले सुबह 11.30 बजे का बताया गया था।

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