ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने लंबे इंजतार के बाद आखिरकार भारत में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन को ने मंजूरी दे दी है। इन दोनों ही दवाईयों का इस्तेमाल आपातकाल स्थिति में किया जा सकेगा। कोविशील्ड को सीरम इंस्टीट्यूट ने तैयार किया है। वहीं, कोवैक्सीन को बायोटेक ने तैयार किया है। इन दोनों वैक्सीन के साथ-साथ मैसर्स केडिला हेल्थकेयर को भारत में तीसरे ट्रायल के लिये ​अनुमति मिल गई है।


कब से दी जायेगी कोरोना वैक्सीन?
वैक्सीन की मंजूरी मिलने के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के चेयरमैन अदार पूनावाला ने पीएम मोदी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को ट्वीट करते हुए धन्यवाद कहा है। इसके साथ उन सभी वैज्ञानिकों को भी धन्यवाद कहा है। जिन्होंने रात-दिन मेहनत करके कोरोना वैक्सीन को तैयार किया है। कोरोना वैक्सीन के अनुमति मिलने के बाद अगले हफ्ते से कोरोना की वैक्सीन संक्रमितों और जरूरमंदों को दी जा सकेगी। इस पूरी प्रक्रिया में 5 से 6 दिन लग जाएंगे।


पहली स्वदेशी वैक्सीन को मिली मंजूरी
आपको बता दें, कोवैक्सीन भारत की स्वदेशी वैक्सीन है और ये पूरी तरह से सुरक्षित है। वहीं, कोविशिल्ड ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनका के द्वारा मिलकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में तैयार की गई है। कोविशील्ड पूरी तरह से सुरक्षित बताई जा रही है।आपको बता दें, भारत में इस समय 5 कोरोना वैक्सीन तैयार की जा रही हैं। ये सभी वैक्सीन अपने अलग-अलग चरण के ट्रायल पर हैं।भारत में कोरोना वैक्सीन दी जाने की सभी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी हैं। शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लिया है। आपको बता दें, पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जायेगी। खास बात ये है कि, भारत में कोरोना वैक्सीन फ्री में दी जा रही है। जिसका जरूतमंद लोगों को लाभ होगा।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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