देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अब कोरोनावायरस की तीसरी लहर की भी आशंका जताई जा रही है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में बच्चों पर अधिक खतरा हो सकता है, ऐसे में भारत बायोटेक कंपनी ने अपनी कोरोनारोधी वैक्सीन कोवैक्सीन का दो से 18 साल के बच्चों पर जल्द ही दूसरे और तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने वाली है। कोरोना की तीसरी कब आएगी और किस पर इसका अटैक होगा, ये किसी को नहीं पता है। लेकिन तीसरी लहर का आना तय है। केंद्र सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार भी इस बात के लिए अलर्ट कर चुके हैं कि, देश को तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारी करनी चाहिए।

फाइजर से हारेगी कोरोना की तीसरी लहर

तीसरी लहर में क्या होगा, कब होगा वैज्ञानिक अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं। लेकिन ये आशंका है कि तीसरी लहर का कहर बच्चों पर टूट सकता है। इसलिए दुनिया में बच्चों को टीकाकरण का मास्टर प्लान शुरु हो चुका है।  फाइजर ने 18 साल के बच्चों को वैक्सीन देने की तैयारी शुरु कर दी है। अमेरिका में बच्चों का टीकाकरण जल्द शुरु होगा। अमेरिका की FDA ने फाइजर के टीका पर मुहर लगाई है। कनाडा ने भी बच्चों के टीकाकरण को हरी झंडी दे दी है। 2 से 15 साल के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। दोनों देशों में फाइजर के टीके को हरी झंडी दी गई है। ट्रायर में वैक्सीन युवाओं से ज्यादा बच्चों में असरदार है। अमेरिका ने बच्चों को वैक्सीन को हरी झंडी देने से पहले ही इसकी तैयारी शुरु कर दी है बच्चों को टीकाकरण देने के लिए पूरे अमेरिका में सेंटर तैयार कर लिए गए है।

भारत सरकार ने तैयारियां की शुरु

भारत में तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों को टीकाकरण की जरुरत महसूस की जा रही है। जानकार मान रहे है कि भारत तीसरी लहर की चपेट में आएगा, और तीसरी लहर का कहर बच्चों पर सबसे ज्यादा टूटेगा। यहां तक देश की सबसे बड़ी अदालत ने चेतावनी दे दी है। आदलत ने कहा है कि बच्चों के टीकऱण के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, ये चिंता की बात है कि तीसरी लहर की बात भी वैज्ञानिक कह रहे हैं जिसमें बच्चों के प्रभावित होने की आंशका है। इसलिए हमारे टीकाकरण अभियान में बच्चों के लिए भी सोचा जाना चाहिए। हिन्दुस्तान में अगर तीसरी लहर आती है और बच्चों पर इसका कहर टूटता है तो हालात बेहद खराब हो सकते हैं। अदालत और वैज्ञानिकों की चेतावनी के बाद बच्चों के टीकाकरण की तैयारी शुरु कर दी है। महाराष्ट्र में चाइल्ड कोविड केयर सेंटर बन रहे हैं, महाराष्ट्र के हर जिले में चाइल्ड कोविड सेंटर वार्ड बनेगा। इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार ने चाइल्ड कोविड टास्ट फोर्स बनाई है। महाराष्ट्र की तरह मध्य प्रदेश में भी बच्चों के केयर के लिए तैयारी हो रही है। तो मध्य प्रदेश में बच्चों के लिए ICU बनने शुरु हो चुके हैं। सभी जिलों में बच्चों के लिए ICU बनाने की प्रकिया जारी है। सरकार ने 11 हजार ICU बेड बढ़ाए है। हमीदिया अस्पताल में 50 बेड का बच्चों का ICU बनेगा महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के साथ-साथ देश के दूसरे राज्यों में भी ICU बेड बनाने की तैयारी शुरु हो गई है। तीसरी लहर को देखते हुए देश के कई हिस्सों में तैयारी शुरु हो गई है…लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि बच्चों का टीकाकरण कब होगा। .वही दूसरी ओर ज्यादातर बैज्ञानिक ये आशंका जता चुके है कि तीसरी सहर में वैज्ञानिकों पर ही कहर टूटेगा।

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