सीतापुर: देश में नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन बढ़ता जा रहा है. एक तरफ कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते धरने पर बैठे किसानों आज ट्रैक्टर रैली निकाली तो दूसरी तरफ देश के कोने-कोने से उनको समर्थन मिलने लगा। किसान संगठनों के आह्वान पर गुरुवार ‌को सीतापुर में सैकड़ों किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालकर अपना विरोध दर्ज करवाया। इस बीच किसानों के मार्च को सीतापुर जिला पुलिस ने रोकने की कोशिश की, इस दौरान किसानों ने हंगामा कर दिया। बताया जा रहा है कि किसान नेताओं के घरों पर पुलिस की दबिश थी। इसके अलावा किसानों के मार्च को रोकने की कोशिश भी की गई जिसको लेकर किसान भड़क गए।

किसानों से पुलिस की हुई झड़प
सीतापुर के हरगांव में किसानों ने रोड जाम कर दिया, किसानों ने दावा किया की वो शांतिपूर्ण ढंग से रैली निकाल रहे थे, लेकिन पुलिस ने बलपूर्वक रोकने की कोशिश की। किसानों ने कहा कि पुलिस ने झूठा आरोप लगाया की किसानों ने सड़क जाम कर दिया है, जबकी ऐसा कुछ भी नहीं था, शहर में किसान दाखिल न हो पाए इसके लिए पुलिस ने आरएमपी मोड़ के पास बैरिकेटिंग लगा रखी थी। हालात इतने बिगड़ गए कि आंदोलनकारी ट्रैक्टर के साथ सीतापुर-लखनऊ हाईवे जाम करने की तैयारी करने लगे, प्रशासन और पुलिस भी उनसे निपटने लिए सतर्क हो गई।

एसडीएम को दिया ज्ञापन:
ट्रैक्टर रैली निकाल रहे किसानों पर नजर रखने के लिए सीतापुर के सिटी मजिस्ट्रेट शिशिर कुमार, सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह, कोतवाल टीपी सिंह, तालगांव कोतवाल अजय कुमार मय भारी पुलिसबल के साथ मौकेपर मौजूद रहे। इसके बाद पुलिस की टीम ने किसानों से ज्ञापन लिया। इसके अलवा पुलिस ने किसानों के काफिले को पहले आरएमपी मोड के पास बैरिकेटिंग कर उनका रूट बहुगुणा चौराहे की तरफ किया, फिर बहुगुणा चौराहा से बाई पास हाइवे की तरफ जाने की अनुमती दी।

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