नई दिल्ली: नए कृषि क़ानूनों के खिलाफ जहां देशभर में किसान आंदोलन कर रहे हैं, और केंद्र सरकार से कृषि क़ानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। दरअसल राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय द्वारा जनवरी-दिसंबर 2019 में देश के प्रत्येक किसान परिवार पर किए गए सर्वे में बड़ा खुलासा हुआ है।

कर्ज़ से दबे हैं किसान
देश मे किसानों की हालत बेहद खराब हो गई है। राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय द्वारा जनवरी-दिसंबर 2019 में किये गए सर्वे के अनुसार देश का हर दूसरा किसान कर्ज तले दबा हुआ है। किसानों पर औसतन 74,121 रुपये कर्ज हैं। इस सर्वे में पशुधन, कृषि योग्य जमीन इत्यादि का भी आकलन किया गया।

किसानों की आय कितनी थी
देश में किसानों की औसतन आय को लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल वित्तीय वर्ष 2018-19 में हर किसान परिवार की मासिक आय महज 10,218 रुपए के आसपास रही। इसमें मजदूरी से लेकर फसल उत्पादन इत्यादि को भी शामिल किया गया है।

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बैंक तक पहुंचा किसान –
सर्वे में सामने आया है कि, किसान अब भारी संख्या में बैंकों के पास कर्ज़ लेने के लिए पहुंच रहा है। आंकड़ों के मुताबिक 69.9 फीसदी किसानों ने वित्तीय संस्थानों से लोन लिए हैं। बाकी बचे किसानों ने साहूकारों से पैसे लिए हैं।

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