किसान आंदोलन का आज 26 वां दिन है। ऐसे में जैसे-जैसे दिन बढ़ते जा रहे हैं। वैसे-वैसे किसानों का आंदोलन भी बढ़ता जा रहा है। वहीं, दूसरी तरफ सरकार पर भी दबाब बनता जा रहा है। किसान लगातार सरकार से तीनों किसान कानूनों को वापस लेने की गुहार लगा रहे हैं। लेकिन सरकार किसान कानून वापस नहीं ले रही है। जिसकी वजह से मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है। इसके साथ ही मोदी सरकतार हर स्तर पर किसानों को मनाने की कोशिश कर रही है। लेकिन किसानों ने साफ कह दिया है। जब तक किसान कानून वापस नहीं तब तक आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा।

सरकार किसानों से क्यों मांग रही मिलने का समय?
इस बीज केन्द्र सरकार ने किसानों को पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा है। सरकार ने रविवार को किसानों को पत्र भेजा है। जिसमें सरकार ने समाधान तलाशने की अपील की है। सरकार की ओर बातचीत के जरिए समस्याओं का समाधान करने की दिशा में किए गए प्रयासों का हवाला देते हुए सरकार ने उनसे फिर बातचीत शुरू करने की अपील की है । इसके साथ ही पत्र में लिखा है कि, किसान वो तारीख बताएं जिसमें सरकार और किसानों के बीच बैठकर एक बार फिर से बातचीत होगी। यह पत्र केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल की तरफ से 39 किसान संगठनों को भेजा गया है। कन्द्र सरकार ने जिस तरह से किसानों से मिलने के लिये उनसे ही समय मांगा है। उसे देखकर साफ लग रहा है कि, सरकार के ऊपर किसानों ने दबबा बना दिया है। इसके साथ ही इन 26 दिनों में 33 किसानों की मौत हो चुकी है।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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