किसान कानूनों को रद्द कराने के लिये इस कड़ाके की ठंड में पिछल 18 दिनों से किसान दिल्ली सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों को अब आम हो या खास सभी का समर्थन मिलने लगा है। जिसकी वजह से मोदी सरकार के ऊपर काफी दबाब बन गया है। लेकिन सरकार कानून वापस न लेने का एलान कर चुकी है। ऐसे में किसानों का आंदोलन और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा है। इसलिये किसानों ने आज दिल्ली-जयपुर हाईवे बंद करने का एलान किया है।इसके साथ ही आज राजस्थान और शाहजहांपुर के किसान दिल्ली की तरफ आ रहे हैं। वहीं, किसानों के बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने दिल्ली बॉर्डर सील कर दिये हैं। इसके साथ ही सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी है।वहीं दिल्ली-नोएडा का चिल्ला बॉर्डर को 12 दिनों बाद खोल दिया गया है।

कल किसानों ने कई टोल प्लाजा को टोल मुक्त करा दिया था। इस दौरान यमुना एक्सप्रेस-वे, आगरा-अलीगढ़ रोड पर किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। इस दौरना पुलिल ने कई किसान नेताओं को नजरबंद भी किया गया था। किसान आंदोलन को लेकर सरकार विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराते हुए कह रही है कि, विपक्ष दल नेताओं को भ्रमित कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ विपक्षी दल किसानों के समर्थन पर उतर आये हैं और सरकार के द्वारा बनाये गये किसान कानूनों का जमकर विरोध कर रहे हैं। ऐसे में सरकार पर काफी दबाब का स्थिति पैदा हो गई है।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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