फ्लिपकार्ट ने फ्लिपकार्ट के ट्रेडमार्क, लोगों और कॉपीराइट की जालसाजी करके पैकेजों में नशीले पदार्थों के भंडारण के लिए दिल्ली में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। फ्लिपकार्ट का कहना है कि ऐसे अज्ञात आरोपी व्यक्ति फ्लिपकार्ट का रूप धारण करके और उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा कर दंडनीय अपराध के कमीशन में सहायता और उकसा रहे हैं। एफआईआर में फ्लिपकार्ट ने कहा कि उसे मीडिया रिपोर्ट से पता चला कि 28 और 29 अप्रैल को एनसीबी ने दिल्ली के जामिया नगर में छापेमारी की थी।

छापेमारी में बरामद हुए दस्तावेज

छापेमारी के दौरान अज्ञात आरोपी व्यक्तियों से एनसीबी द्वारा 50 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाले हीरोइन, 47 किलोग्राम संदिग्ध नशीला पदार्थ और 30 लाख रुपए नगद और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए। फ्लिपकार्ट का कहना है कि एक जिम्मेदार और कानून का पालन करने वाली कंपनी के रूप में जब भी फ्लिपकार्ट को किसी भी अवैध या गैरकानूनी गतिविधि के बारे में पता चला है तो देश के विभिन्न हिस्सों में कानून प्रवर्तन एजेंसियों की मदद से कार्यवाही की गई है।

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ई-कॉमर्स साइट में बदलाव

फ्लिपकार्ट ने प्राथमिकी में कहा कि यह जरूरी है कि बड़े पैमाने पर जनता की सुरक्षा के लिए अपराधिक गतिविधियों में लिप्त ऐसे असामाजिक तत्व को रोकने के लिए तुरंत कार्यवाही की जाए। फ्लिपकार्ट ने दिल्ली पुलिस से विस्तृत जांच करने को कहा है क्योंकि अपराध गैर जमानती प्रकृति के हैं। बता दे कि महामारी के दौरान ई-कॉमर्स साइट में बदलाव किया गया और कुछ महीनों में श्रेणी में तेजी से वृद्धि हुई। घर से काम करने वाले अधिक से अधिक उपभोक्ताओं के साथ इसको एथलीजर जैसी श्रेणियों में रखा गया।

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