देश का इतिहास हो या फिर भविष्य 2 अक्टूबर का दिन हमेशा याद था और किया जाएगा। आज के दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म हुआ था। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश के नाम किया। यही कारण है कि, आज का दिन पूरे भारत में खास तरह से मनाया जाता है। आज महात्मा गांधी की 151वीं जयंती मनाई जा रही है। महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्तूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उनकी मां का नाम पुतलीबाई और पिता का नाम करमचंद गांधी था। महात्मा गांधी का पूरा जीवन अहिंसा का पाठ पढ़ाते हुए बीता। अपनी इसी नीति से उन्होंने अंग्रेजों से देश को आजाद कराने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वैसे तो हम सभी को बापू के बारे में बचपन से बताया जाता है। स्कूलों में पढ़ाया और सीखाया जाता है। लेकिन आज हम आपको गांधी जयंती पर बापू के जीवन की कुछ अनसुनीं बातें बताने जा रहे हैं। जिन्हें शायद ही आज जानते होंगे।
क्या आप जानते हैं? गांधी जी के जीवन पर शुक्रवार का विशेष प्रभाव रहा। गांधी जी का जन्म शुक्रवार को हुआ था, भारत को स्वतंत्रता शुक्रवार को ही मिली थी और गांधी जी की हत्या भी शुक्रवार को ही हुई थी और आज उनकी 151 वीं जयंती के दिन भी शुक्रवार ही है।
गांधी जी के पिता का नाम करमचंद गांधी था ये बात तो हम सभी जानते हैं। लेकिन क्या आपको पता है? पुतलीबाई उनकी चौथी पत्नी थीं और गांधी जी उनकी इकलौती संतान थे।
बापू की शादी 13 साल की आयु में हो गई थी। उनकी पत्नी का नाम कस्तूरबा गांधी था।
आपको जानकर हैरानी होगी कि, बापू की शव यात्रा में 10 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए थे और 15 लाख लोग शव यात्रा के रास्ते में खड़े हुए थे। भारत के इतिहास में ऐसी शव यात्रा कोई दूसरी नहीं है।
गांधी जी वैसे तो खाने को लेकर काफी संयम रखते थे। लेकिन उन्हें जब भी आम खानें का मौका मिलता था तो वो खुद को रोक नहीं पाते थे।
बापू को हमेशा अहिंसा के लिए विश्व याद रखेगा। क्योंकि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2007 से गांधी जयंती को ‘विश्व अहिंसा दिवस’ के रूप में मनाने का एलान किया है।
क्या आपको पता है ? गांधी जी डॉक्टर बनना चाहते थे, लेकिन उनका जन्म वैष्णव परिवार में हुआ था, जहां उन्हें चीर फाड़ की इजाज़त नहीं थी। जिसकी वजह से वो चाहकर वो डॉक्टर नहीं बन सके। लेकिन उसके बाद भी वो एक शानदार वकील और राजनेता बनें। जिन्हें विश्व कभी नहीं भूलेगा।