मथुरा: भगवान श्रीकृश्ण की नगरी में स्थित जीएलए विश्वविद्यालय को भारत सरकार के डीएसटी विभाग के माध्यम से प्राप्त लर्निंग प्रोजेक्ट का कार्य अब पूर्णत धरातल पर दिखने लगा है। हाल ही इंटर स्कूली छात्रों को बहुआयामी तकनीकी ज्ञान और रोजगार-परक शिक्षा प्रदान करने के उद्देष्य से फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद सहित विभिन्न शहरों में स्थापित औद्योगिक भ्रमण कराया गया।
विदित रहे कि पिछले वर्श ही इस प्रोजेक्ट का शुभारंभ जिला विद्यालय निरीक्षक मथुरा डाॅ. राजेन्द्र सिंह ने किया था। अब इस प्रोजेक्ट का कार्य पूर्णत धरातल पर दिखने लगा है। भारत सरकार के डिपार्टमेंट आॅफ साइंस एंड टेक्नोलाॅजी के द्वारा प्राप्त बहुआयामी लर्निंग प्रोजेक्ट के तहत 50 विद्यालयों के करीब 500 छात्र-छात्राओं को औद्योगिक भ्रमण कराया गया।

जीएलए विश्वविद्यालय ने नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करते हुए ब्रज क्षेत्र के महत्वपूर्ण जिले मथुरा, आगरा एवं अलीगढ़ के स्कूली छात्रों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की उपयोगिता समझायी एवं उन्हें औद्योगिक भ्रमण पर फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद एवं मथुरा क्षेत्र प्रमुख फुटवियर, इलेक्ट्रिकल, प्रोडक्षन इंजीनियरिंग मैन्युफैक्चरिंग, फूड बेवरेज इंडस्ट्री में ले जाकर औद्योगिक इकाइयों की कार्यप्रणाली के बारे में समझाया, जिससे छात्र पहले से ही अपने कॅरियर विकल्प का चुनाव आसानी से कर पाएंगे। प्रोजेक्ट के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर एवं जीएलए विश्वविद्यालय के डीन रिसोर्स जेनरेशन एंड प्लानिंग प्रो. दिवाकर भारद्वाज ने प्रोजेक्ट के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारत सरकार की इस योजना का प्रमुख उद्देष्य ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को विभिन्न विज्ञान एवं तकनीकी क्षेत्रों जैसे फिजिक्स, कैमिस्ट्री, फार्मेसी, आईटी मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्राॅनिक, कृशि तथा अन्य सर्विस इंडस्ट्री में उपलब्ध रोजगार के अवसरों से रूबरू कराना है।


प्रोजेक्ट के तहत छात्रों को गेस्ट लेक्चर के माध्यम से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की महत्वता समझाते हुए अवेयरनैस प्रोग्राम का आयोजन किया गया, जिसके उपरांत छात्रों के बीच क्विज काॅम्पटीशन का आयोजन किया गया। जिसके फलस्वरूप हर विद्यालय से चयनित 10 छात्रों को औद्योगिक भ्रमण के लिए ले जाया गया तथा उन्हें विज्ञान एवं तकनीकी शिक्षा की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। क्विज आधार पर ही चयनित गोवर्धन, बरसाना, कोसी, नौहझील, बलदेव, राया, फरह क्षेत्र के विद्यालयों में कार्यषाला का भी आयोजन किया गया। बच्चो के लिए ‘आओ करके सीखें‘ पद्धति के माध्यम से चयनित विद्यालयों के छात्रों को आईओटी जैसे नवीनतम तकनीकी पाठ्यक्रम के तहत वाटर लेवल इंडिकेटर आटोमेटिक स्ट्रीट लाइट आदि प्रोजेक्ट छात्रों के द्वारा ही बनवाएं तथा उसमें इस्तेमाल होने वाले तकनीकी उपकरणों के बारे में छात्रों को समझाया गया।

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इस प्रोजेक्ट को-इन्वेस्टिगेटर एवं जीएलए विष्वविद्यालय के डिप्लोमा संकाय के प्रधानाचार्य डाॅ. विकास कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रतिवर्श स्कूली छात्रों में तकनीकी ज्ञान को सीखने के लिए प्रेरित करता रहता है। इसके लिए कई बार विद्यालय के छात्रों को जीएलए विश्वविद्यालय के परिसर में बुलाकर उन्हें विश्वविद्यालय स्तर की प्रयोगशालाओं में कार्य करने का मौका भी विश्वविद्यालय ने दिया है। इस प्रोजेक्ट चयनित विद्यालय श्री ब्रज आदर्श इंटर काॅलेज के प्रधानाचार्य सुजय कुमार शर्मा ने बताया कि इस औद्योगिक भ्रमण से छात्रों को उनके पाठ्यक्रम में पढ़ाए जा रहे विशयों के प्रैक्टिकल एक्सपोजर के बारे में जानकारी मिली है।

गोवर्धन क्षेत्र के श्री भगवान इंटर काॅलेज के प्रधानाचार्य कृश्ण मुरारी शर्मा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के होने की वजह से छात्रों को औद्योगिक क्षेत्र की ज्यादा जानकारी नहीं है। इसलिए यह औद्योगिक भ्रमण इन छात्रों को अपने कॅरियर को दिषा देने में उपयोगी साबित होगा। हर्श विद्या निकेतन कोसी के प्रधानाचार्य चेतराम षर्मा एवं बलवीर सिंह इंटर काॅलेज सौंख मथुरा के प्रधानाचार्य सुभाश चंद ने जीएलए द्वारा कराए जा रहे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी जागरूकता मिषन को समय की मांग बताया। छात्र नवीनतम तकनीकी पढ़ाई की तरफ आगे बढ़े एवं कुषल इंजीनियर अथवा साइंटिस्ट बनकर अपने क्षेत्र एवं जिले का नाम रोषन करें।

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