हाथरस में कथित गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद प्रशासन की लापरवाही सामने आई। पुलिस पर कई सवाल खड़े हुए अब एक बार फिर पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। हाथरस पीड़िता के भाई ने कहा है कि पीड़िता परिवार को बंधक बना लिया गया है। यूपी के हाथरस जिले गैंगरेप का शिकार हुई बिटिया का परिवार दहशत में है। पुलिस ने बिटिया के घर की घेराबंदी कर रखी है। किसी को निकलने नहीं दिया जा रहा है। आज उसका एक भाई खेतों के रास्ते पुलिसकर्मियों की नजर से बचते हुए जैसे तैसे गांव के बाहर मीडियाकर्मियों के पास आया और उसने पुलिस की बर्बरता की कहानी बताई। भाई ने बताया कि, उन्हें किसी से बात नहीं करने दिया जा रहा है और उनके फोन लेकर स्विच ऑफ कर दिया गया है। पीड़िता के भाई ने एक निजी चैनल से बातचीत में बताया कि करीब 200 पुलिसवालों ने घर को घेर रखा है। सबको कहा है कि मीडिया से बात नहीं करें। घर में सब डरे हुए हैं। घरवाले बात करना चाहते हैं मीडिया से, मैं खेतों के रास्ते आया हूं।

भाई की जुबानी पुलिस की बर्बरता की कहानी

भाई ने बताया कि हमारे परिवार को डराया धमकाया जा रहा है। उसने बताया कि उसकी भाभी मीडिया से मिलना चाहती है और कल डीएम ने उसके ताऊ की छाती पर लात मारी थी। वह बात कर रहा था कि इसी बीच पुलिसवालों की नजर उस पर पड़ गई और वह वहां से खेत के रास्ते डरते भागते हुए घर निकल गया। पीड़िता के भाई ने कहा कि कुछ नहीं हो रहा है। फोन ले लिया गया है। किसी को निकलने नहीं दे रहे हैं। घरवालों ने मुझसे कहा कि आप लोगों यानी मीडिया को बुला लाऊं, बात करना चाहते हैं। मैं यहां छिपकर आया हूं। आने नहीं दे रहे हैं। हमारे ताऊ भी आ रहे थे। कल डीएम ने उनकी छाती पर लात मारा, फिर वह बेहोश हो गए थे। फिर कमरे में बंद कर दिया गया था। आगे भाई ने कहा कि हम जांच से संतुष्ट नहीं हैं। हम केस की सीबीआई जांच चाहते हैं। मेरी बहन की मौत हो गई। प्रशासन ने बिना उनका चेहरा दिखाए अंतिम संस्कार कर दिया। उन्हें कैसे लगता है कि हम संतुष्ट होंगे। पीड़िता के भाई ने कहा कि मीडिया को अंदर आने नहीं दिया जा रहा है। गांव में हर तरफ पुलिस है। हमारे घर के अंदर पुलिस है। छत पर पुलिस है।

DM साहब किसको बचा रहे हैं ?

कल ही हाथरस के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें  डीएम पीड़ित परिवार को धमकी देते दिख रहे हैं। हाथरस के डीएम कह रहे हैं कि मीडिया वाले तो चले जाएंगे, लेकिन प्रशासन को यहीं रहना है। हाथरस के पीड़ित परिवार का कहना है कि उनको धमकाया जा रहा है। केस को रफा-दफा करने के लिए दवाब डाला जा रहा है। वीडियो में हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार पीड़िता के परिवार से कह रहे हैं कि आप अपनी विश्वसनीयता खत्म मत कीजिए। मीडिया वाले आधे चले गए हैं। कल सुबह आधे निकल जाएंगे। दो-चार बचेंगे कल शाम, हम आपके साथ खड़े हैं। अब आपकी इच्छा है कि आपको बयान बदलना है या नहीं।

पत्रकारों को क्यों डराया जा रहा ?

हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिवार का पक्ष जानने गई न्यूज़ चैनलों की टीम के साथ यूपी पुलिस बदसलूकी पर उतर आई है। पुलिस ने पहले तो न्यूज चैनलों की टीम को गांव में जाने से रोका, फिर कैमरे का वायर निकालने की कोशिश की। जब प्रशासन से उनकी इस हरकत पर सवाल किए गए तो वह अभद्रता पर उतर आए। पुलिस ने मेन रास्ते पर बैरिकेडिंग लगा रखी है और खेत के रास्ते जाने से भी रोका गया। पुलिस की बदसलूकी का आलम यहीं नहीं रुका और एक पुलिस अधिकारी ने एक निजी न्यूज चैनल के संवाददाता को चोर तक कह दिया।

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