नई दिल्ली: रोजगार की तलाश में बिहार और उत्तर प्रदेश से पंजाब जाने वाले मजदूरों को नशे का आदी बनाने और बंधक बनाकर खेतों में काम करवाने के मामलें में संज्ञान लेते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से रिपोर्ट तलब की है। केंद्र सरकार की तरफ से स्पष्ट किया गया है, उनको इस मामलें को लेकर एक एजेंसी के जरिए जानकारी मिली थी। इसके बाद सरकार से रिपोर्ट तलब किया जा रहा है। वहीं गृह मंत्रालय की इस चिट्ठी के बाद सियासत शुरु हो गई है।

गृह मंत्रालय ने क्या कहा:
केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा भेजी को चिट्ठी को लेकर मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि, “सीमा सुरक्षा बल की एक रिपोर्ट में केंद्रीय गृह मंत्रालय को बताया गया था कि पंजाब के सीमांत जिलों अबोहर फिरोजपुर गुरदासपुर आदि में यूपी और बिहार राज्य से आने वाले मजदूरों से वहां के स्थानीय किसान बंधुआ मजदूरी करा रहे हैं”

प्रवासी मजदूरों को बनाया जा रहा है नशेड़ी:
जो रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी गई है, उसके अनुसार बिहार और उत्तर प्रदेश के आए मजदूर पंजाब में धीरे धीरे नशे के जाल में फंस रहे हैं। नशे की वजह से मजदूरी करने वाले ज्यादातर लोग घर तक वापस नहीं जा रहे हैं। वहीं मजदूरों का स्थानीय लोग शोषण कर रहे हैं, और अमानवीय तरीके से अपने खेतों में काम करवा रहे हैं।

बीएसएफ की रिपोर्ट में क्या है:
गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट में बीएसएफ ने साफ कहा है कि साल 2019 और 2020 के दौरान कई दर्जन मजदूरों को छुड़ाकर पुलिस के हवाले किया जा चुका है। वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय का कहना है कि बीएसएफ की रिपोर्ट औ दूसरी एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर यह जानना बेहद जरुरी है कि क्या पंजाब के सीमांत इलाकों में ऐसी को स्थिति है भी या नहीं।

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