रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को केंद्र के तीन विवादित कृषि कानूनों का बचाव किया। साथ ही कहा कि उनकी सरकार किसानों से बात करने के लिए तैयार है अगर उन्हें लगता है कि कानून में उनके हितों के खिलाफ कोई क्लॉज है। कानूनों को पूरी तरह से समझने की जरूरत पर जोर देते हुए सिंह ने कहा कि विपक्ष सरकार के खिलाफ माहौल तैयार कर रहा है..वो किसानों का सहारा लेकर माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहा है और किसानों को इस बात को समझना चाहिए।बता दें कि  पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान अपनी मांग को लेकर बीते साल से नये कृषि कानूनों के लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि नये कृषि कानून किसानों के खिलाफ हैं।

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राज्य स्तरीय अन्नपूर्णा कार्यक्रम के लिए गुरुवार को ऑनलाइन मोड के जरिए  सभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने किसानों के कल्याण के लिए कदम उठाने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार तीन कृषि कानून लाई। लेकिन मुझे लगता है कि इन कानूनों को पूरी तरह से समझने की जरूरत है लेकिन एक विरोध का माहौल भी हमारी सरकार के लिए तैयार किया जा रहा है। मुझे लगता है कि किसान भाइयों को यह समझना चाहिए.. न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर भी देश में किसानों के बीच भ्रम फैलाया गया था।

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राजनाथ ने कृषि कानूनों के लाभों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि किसानों ने सच्चाई सीखना शुरू कर दिया है और उन्होंने अपने लाभ और हानि की गणना करना शुरू कर दिया है।मैंने कृषि कानूनों का पूरी तरह से अध्ययन किया है और मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि मेरी जानकारी के अनुसार ऐसा कोई खंड नहीं है जो हमारे किसान भाइयों के हित के खिलाफ हो..अगर किसी को लगता है कि इन कानूनों में ऐसा कोई खंड है जो किसानों के हितों को प्रभावित कर सकता है, तो मैं पूरे विश्वास के साथ कहना चाहता हूं कि हम किसान भाइयों के साथ बैठकर बातचीत करने के लिए तैयार हैं।

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