दिल्ली स्थित उच्चायोग में भारतीय स्टाफ के कर्मी की कोरोना से मौत हो गई है।

कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है और दुनियाभर के लाखों करोड़ों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं । कुछ की तो मौत हो गई है तो कुछ ठीक हो चुके हैं और कुछ लोगों का इलाज चल रहा है। इसी बीच न्यूजीलैंड उच्चायोग स्थित लंबे समय से सेवा दे रहे कर्मी की कोरोना से मौत हो गई है जिसके लिए उसने मई के शुरुआत में ही यूथ कांग्रेस से ऑक्सीजन की मांग की थी। और इस मामले को लेकर राजनीतिक बहस छिड़ गई थी। 

न्यूजीलैंड की विदेश मंत्री नानिया महुता ने इस बात की पुष्टि की। न्यूजीलैंड उच्च आयोग ने सोशल मीडिया से जिस सेवा देने वाले कर्मी के लिए सहायता मांगी थी उनकी कोरोना से मौत हो गई है जिसका हमें बेहद दुख है । हमारे देश ने जितनी कोशिश हो सकी उतनी की, कोई भी कमी नहीं होने दी। यह कर्मी सर एडमंड हिलेरी के काल से सेवा दे रहे हैं और उनके समर्थन के लिए हम हमेशा बहुत आभारी रहेंगे।

दिल्ली स्थित न्यूजीलैंड उच्चायोग ने 2 मई को विपक्षी पार्टी यूथ कांग्रेस से ऑक्सीजन की मांग की थी। थोड़ी देर बाद कुछ आयोग ने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया और विपक्षी पार्टी की तरफ से जवाब आया कि हमारी तरफ से क्या कोई दबाव डाला गया था इस मैसेज को डिलीट करने का ? उस आयोग ने जवाब दिया कि हमारी अपील का आपने गलत मतलब निकाला है हम उसके लिए माफी चाहते हैं।

विदेश मंत्रालय को रोना के सभी मामलों को लेकर बहुत सक्रिय है उस पर बहुत तेजी से कार्य कर रहा है महामारी की स्थिति को देखते हुए सभी से अनुरोध है कि सप्लाई होने में कोई भी कमी ना होने दें।

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