भारतीय रेलवे मणिपुर में दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज घाट बना रही है। आपको बता दें यह पुल 141 मीटर की ऊंचाई पर बनाया जा रहा है, इस वक्त विश्व का सबसे ऊंचा पुल यूरोप में मॉन्टेनेग्रो का माला-रिजेका वायडक्ट है। यह पुल करीब 139 मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है, अगर भारतीय रेलवे 141 मीटर ऊंचा पुल बनाने में कामियाब हुई तो वह पुल मौजूदा रिकॉर्ड को पार कर जाएगा और विश्व का सबसे ऊंचा पुल बन जाएगा। भारतीय रेलवे जिस परियोजना के तहत इस पुल का निर्माण कर रहा है वह परियोजना 111 किलोमीटर लंबी जिरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन का एक हिस्सा है, इस परियोजना के खत्म होने के बाद इंफाल मणिपुर की राजधानी के साथ-साथ देश के ब्रॉड गेज नेटवर्क की भी राजधानी होगी।

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इस परियोजना के पूरा हो जाने के बाद, 111 किमी की दूरी महज दो से ढ़ाई घंटो के बीच तय की जा सकेगी। इस परियोजना के प्रमुख इंजीनियर संदीप शर्मा ने बताया कि, “इस वक्त, जिरीबाम-इंफाल नेशनल हाईवे – 37 के बीच की दूरी 220 किमी से अधिक है, इसकी वजह से यात्रा में करीबन 10 से 12 घंटे लगते थे। इस परियोजना का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद नोनी घाटी को पार करने वाला पुल दुनिया का सबसे ऊंचा घाट पुल बन जाएगा और यह जिरीबाम-इंफाल की दूरी को भी कम कर देगा।” आपको बता दे यह परियोजना दिसंबर 2023 तक पूर्ण हो सकती है।

इस परियोजना का पहला चरण जो 12 किमी तक फैला है, वह पहले ही शुरू किया जा चुका है। दूसरे चरण का लगभग 98 प्रतिशत काम फरवरी 2022 तक पूरा होने की संभावना है। प्रमुख इंजीनियर संदीप शर्मा ने कहा, खोंगसांग से तुपुल तक परियोजना का तीसरा चरण नवंबर 2022 तक पूरा हो जाएगा। तुपुल से इंफाल घाटी तक फैले इस पुल का कार्य दिसंबर 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा, इसके बाद यह आम लोगों के इस्तेमाल में आ सकेगा।

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