जम्मू कश्मीर को लेकर दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में होने वाली एक महा बैठक का आयोजन किया जा रहा है। 5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 के हटाए जाने के दो साल बाद ऐसी बैठक हो रही है जहां पर सब राज्य के नेता साथ मिलकर वार्तालाप करेंगे। यह बैठक प्रधानमंत्री आवास दिल्ली में हो रही है। इस बैठक में कई कश्मीर के नेता शामिल हैं महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला, रविंद्र रैना, गुलाम नबी आजाद, कवींद्र गुप्ता जैसे कई नेता शामिल है जो इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्तालाप करेंगे। इनके अलावा केंद्र सरकार की तरफ से और भी नेता शामिल हैं। ग्रह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल बाकी और केंद्र के अधिकारी भी शामिल है। इस बैठक की शुरुआत प्रधानमंत्री के द्वारा बताए गए निर्देशों के अनुसार होगी। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह सबका स्वागत करेंगे। जानकारी के अनुसार इस बैठक में शामिल फारुक के द्वारा उनकी बात रखी जाएगी। फारूक की तरफ से कहा गया कि हम पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपनी बात रखेंगे उसके बाद नरेंद्र मोदी अपने केंद्र सरकार के बाकी मंत्रियों से बातचीत करेंगे उसके बाद ही मीडिया में कोई बात पहुंचाएंगे। हम अपनी सियासत की शांति भंग नहीं होने देना चाहते हैं इसलिए हमें बहुत ही शांत तरीके से हर मुद्दे को सुलझाना चाहिए।

महबूबा मुफ्ती के बयान को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने देश के बारे में बातचीत कर रहे हैं और हम इसकी अवहेलना नहीं करेंगे इस बैठक का हम पूरे दिल से स्वागत करते हैं। प्रधानमंत्री द्वारा जो भी फैसला लिया जाएगा वह सबकी सहमति से लिया जाएगा और हम लोग अलग-अलग पार्टी से है इसलिए हमने अपनी बात रखी है और वह अपनी बात रखेंगे यह कोई एजेंडा नहीं है। प्रधानमंत्री के द्वारा इस बैठक का उद्देश्य जम्मू कश्मीर के मुद्दों पर चर्चा करना है। पिछले बुधवार को आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया था जिसके चलते वहां पर इंटरनेट की सारी सुविधाएं बंद कर दी गई। 

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