रविवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद से ही लगातार केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी और उनके बेटे की आलोचना हो रही है। दावा है कि जिन गाड़ियों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को टक्कर मारी थी वो केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे के थी। विपक्ष हिंसा के लेकर अजय मिश्रा टेनी से इस्तीफे मांग कर रहा है। मिश्रा पर लखीमपुर थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। अब मामले पर अजय मिश्रा टेनी ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि अगर उनके बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ कोई सबूत मिलता है तो वो खुद अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।

वीडियो के बाद हो रही आलोचना


यह बयान एक वायरल वीडियो के सामने आने के बाद आया है जिसमें एक एसयूवी द्वारा किसानों को कुचलते हुए दिखाया गया था।इस घटना जिसमें चार किसानों सहित आठ लोग मारे गए थे। मीडिया से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि घटना कैसे हुई। जानकारी और वीडियो के आधार पर, यह दिखाई दे रहा है कि कार से निकाले जाने के बाद ड्राइवर की मौत हुई है। अगर यह मेरा बेटा होता, तो वह मर चुका होता। ऐसी जगह से निकलना नामुमकिन है जहां हजारों की भीड़ के बीच एक कार लोगों के ऊपर चढ़ गई। उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास यह साबित करने के लिए सबूत हैं कि न तो मैं और न ही मेरा बेटा मौके पर मौजूद थे। हम किसी भी जांच एजेंसी का सामना करने के लिए तैयार हैं। इस घटना की योजना बनाने वाले अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।

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एफआईआर हो चुकी है दर्ज


गौरतलब है कि पुलिस ने सोमवार को आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी जो कथित तौर पर काफिले में गाड़ी चला रहे थे और किसानों को टक्कर मारी थी। वहीं योगी सरकार  मृतकों के परिवारों के लिए प्रत्येक को 45 लाख रुपये की घोषणा की। इसके अलावा, एक वरिष्ठ न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक न्यायिक समिति घटना की जांच करेगी। इस हिंसा में 4 किसान मारे गये थे। वहीं घायलों को 10 लाख का मुआवजा दिये जाने का ऐलान हुआ है।

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