नई दिल्ली: कोरोना की दूसरी लहर ने देश में जमकर तबाही मचाई, हज़ारों लोग इसकी वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। इसी बीच ICMR यानी कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के द्वारा किये गए एक सर्वे में पाया गया है कि देश के 11 राज्यों में कम से कम 2 तिहाई आबादी में एंटीबॉडी विकसित हो चुकी है। यह सर्वे 14 जून से 6 जुलाई के बीच की गई है। इस लिस्ट में मध्यप्रदेश ने टॉप किया है तो वहीं केरल सबसे फिसड्डी साबित हुआ है। एमपी में 79 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी विकसित हो चुकी है, जबकि केरल में सिर्फ 44.44 प्रतिशत है।

अब आपको देश के दूसरे राज्यों का हाल बताते हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के द्वारा किये गए सर्वे में सर्वेक्षित जनसंख्या में सीरोप्रीवैलेंस राजस्थान में 76.2 प्रतिशत, बिहार में 75.9 प्रतिशत, गुजरात में 75.3 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 74.6 प्रतिशत, उत्तराखंड में 73.1 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 71 प्रतिशत, आंध्र प्रदेश में 70.2 प्रतिशत, कर्नाटक में 69.8 प्रतिशत, तमिलनाडु में 69.2 प्रतिशत और ओडिशा में 68.1 प्रतिशत के करीब है।

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इस सर्वे के परिणाम को लेकर पूरे देश में चर्चा है। देश की हेल्थ मिनिस्ट्री ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे ICMR से सलाह लेकर खुद से सीरो अध्ययनों का संचालन करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ये अध्ययन एक मानकीकृत प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं, या नहीं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अबतक 45 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन दी गई है। कुल टिकों में से 15.38 करोड़ खुराक 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के लोगों को मिली है। इसके साथ हीं बाकी बचे लोगों को भी जल्द से जल्द वैक्सीन देने का काम चल रहा है।

ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक करीब 40 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। इसके अलावा 18 से 44 आयुवर्ग के 20,54,874 लोगों को पहली खुराक मिली है। वहीं 3,00,099 लोगों को दूसरी खुराक दी गई है।

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