पश्चिम बंगाल में आने वाले वाले 6 महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन उससे पहले बंगाल की सियसत बुरी तरह से गर्मा गई है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी हो या फिर भाजपा बंगाल को जीतने के लिये एड़ी से लकेर चोटी तक का जोर लगा हैं और अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। लेकिन बंगाल की सियासी राह जितनी आसान नजर आ रही है। उतनी बिल्कुल भी नहीं है। क्योंकि बंगाल देश का इकलौता ऐसा राज्य है जहां पर सबसे ज्यादा लोग सियासत की बलि चढ़ते हैं। भाजपा और टीएमसी की लड़ाई में अकसर दोनों ही पार्टियों के समर्थकों की हत्या की खबरें सामने आती रहती हैं। जिसकी वजह से बंगाल का सियासी पारा चढ़ा रहता है। एक बार फिर से बंगाल में सियासत गर्मा गई है और इसे गर्माया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के विवादित बयान ने।
दिलीप घोष ने टीएमसी के समर्थकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि, “ममता दीदी के लोग जो शरारत करते हैं उनसे कहना चाहता हूं कि वह 6 महीने में खुद को ठीक कर लें, नहीं तो उनके हाथ, पैर, पसलियां और सिर तोड़ दिए जाएंगे। घोष ने कहा कि आपको घर जाने से पहले आपको अस्पताल जाना होगा। दिलीप घोष ने कहा कि अगर उनकी शरारत बढ़ती है तो उन्हें श्मशान भेज दिया जाएगा।” दिलीप घोष के इस बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। इतना ही नहीं दिलीप घोष ने तो ममता को हिटलर तक बोल दिया है।
एक अंग्रेजी अखबार मे छपी एक खबर में इस चेतावनी से भरी खबर का खुलासा किया है। दिलीप घोष ने यह बयान हल्दिया में एक रैली के दौरान दिया। इस रैली में उन्होनें ममता पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि, आने वाले चुनावों में भाजपा 200 सीटें जीतेगी। इसके साथ ही अमित शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कहा कि वह राज्य में राजनीतिक हत्याओं पर श्वेत-पत्र लेकर आएं। उन्होंने बंगाल में लगातार होती राजनैतिक हत्याओं का ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।