देश में अलग-अलग राज्यों और अलग-अलग कस्बो का नामकरण होने का सिलसिला लगातार जारी है। अब दक्षिण दिल्ली में भीकाजी कामा पैलेस के नजदीक मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलकर माधवपुर रखने की तैयारी है। स्थानीय बीजेपी पार्षद भगत सिंह टोकस ने यह प्रस्ताव दिया है उनके मुताबिक इस इलाके में अब हिंदुओं की संख्या ज्यादा है ऐसे में गांव का नाम माधवपुर कर देना चाहिए।

अभी के लिए प्रस्ताव नगर निगम की जोनल कमेटी की मीटिंग में पारित किया जा चुका है वहीं अभिषेक दक्षिण दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति के पास भेजा जाएगा

पार्षद का कहना है कि मुगल काल में एक गांव का नाम मोहम्मदपुर रख दिया था, लेकिन समय के साथ यहां पर आप काफी परिवर्तन हुआ है। पहले की तुलना में अब यहां पर हिंदू समुदाय की आबादी ज्यादा है ऐसे में गांव का नाम बदलना जरूरी है।

बीजेपी पार्षद भगत सिंह टोकस की तरफ से इस सिलसिले में एक चिट्ठी लिखी गई है। उस चिट्ठी में उन्होंने जोर देकर कहा है कि ये गांव के लोगों की मांग है कि मोहम्मदपुर का नाम बदलकर माधवपुर कर दिया जाए। चिट्ठी में उन्होंने दावा किया है कि मुगल द्वारा दिल्ली में तमाम गांवों के नाम जबरन बदले गए थे, मोहम्मदपुर गांव के साथ भी ऐसा ही किया गया।

पार्षद की तरफ से अपील की गई है कि लोगें की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उनके प्रस्ताव को स्वीकार करना चाहिए और मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलकर माधवपुर कर देना चाहिए। इससे पहले भी कई जगहों के नाम ऐसे ही बदले गए हैं और अलग-अलग प्रस्ताव भी दिए गए हैं।

दो साल पहले बीजेपी नेता विजय गोयल ने तो दिल्ली का नाम बदलने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि दिल्ली का नाम हस्तिनापुर या फिर इंद्रप्रस्थ रख देना चाहिए। तर्क दिया गया था कि मौर्यवंश के राजा दिल्लू के नाम पर ही दिल्ली का नाम पड़ा था।

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