दिल्ली ब्यूरो: हरियाणा के नारनौल में कल सुबह हुई एक अजीबोगरीब घटना ने सबको हैरान कर दिया है। जब सुबह लोग सो कर उठे तो उन्होने देखा कि कई किलोमीटर तक जमीन फटी हुई है। जिसके बाद लोगों में हड़कंप मचा हुआ है. लोग इसे कोई रहस्यमयी घटना बता रहे हैं तो कोई इसे कुदरत का कहर बता रहा है। जमीन फटने की यह घटना नारनौल क्षेत्र के गांव खेड़ी कांटी में हुई है। स्थानिय लोगों की माने तो सोमेश्वर मंदिर (सुम्मा जोहड़) के नजदीक से लगभग 3 किलोमीटर तक जमीन फटने की रहस्यमय घटना हुई जिससे इलाकें में सनसनी फैल गई.

नारनौल क्षेत्र के गांव खेड़ी कांटी में फटी जमीन

महेंद्रगढ़ जिले में इससे पहले भी एक बार ऐसी घटना हो चुकी है, हालांकि अभी घटना के कारणों का पता नही चल पाया है। हालांकी स्थानीय लोग इसे किसी शक्ति का प्रभाव मान रहे हैं तो वही कुछ लोग इसे प्राकृतिक हलचल से जोड़कर देख रहे हैं, कुछ ग्रामीणों का कहना है कि यहां से पेयजल लाइन दबाई गई थी और अब बारिश के कारण उसकी मिट्टी धंस गई है। ऐसे में यहां पर जमीन फटी हुई नजर आ रही है।

दरसल यहां लगभग एक दशक पहले भी खटोटी खुर्द की सीमा में डोहरकलां वाले रास्ते के सामने नारनौल सिंघाना मार्ग के नजदीक दोहन नदी तटबंध की तरफ भी जमीन फटने की घटना हुई थी। जिसको लोगों ने उस समय अरावली की हलचल से भी जोड़कर देखा था। हालांकी इस बार घटना पहले से ज्यादा भयावह है। कुछ लोगों का मानना है की दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में पिछले कई दिनों से जो भूकंप आ रहा है उसी के कारण यहां धरती फटी है। वही इस घटना पर जानकारों का कहना है कि अधिक संभावना यही है कि दरार किसी भूगर्भीय हलचल का परिणाम है। लोगों का यह भी कहना है कि कुछ दिन पूर्व आए भूकंप के बाद ही दरार आई है। जिस जगह पर दरार आई है उस तरफ ग्रामीण अक्सर आते जाते नहीं है। शुक्रवार को कुछ बच्चे उस ओर गए थे, तब इस बात की जानकारी सामने आई। वहीं, ज्यादातर लोग इसे अत्यधिक भूजल दोहन का परिणाम भी मान रहे हैं। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में हो रही इस तरह की घटनाएं किसी आपदा का पूर्व संकेत है। सरकार को इसकी गहराई में जाना चाहिए।

Share.
Exit mobile version