नई दिल्ली: भारत लगातार अपने दुश्मन देशों के निशाने पर रहा है. चाहे बात चीन की हो या फिर पाकिस्तान की। भारत के दोनों दुश्मन देश हमेशा अपनी नापाक मंसूबों को कामयाब करने की फिराक में होते हैं। दुश्मन देशों की गुस्ताखी का माकूल जवाब देने के लिए भारत भी हमेशा तैयार रहता है। चीन की गुस्ताखी का मुंहतोड़ जवाब देने के साथ ही, पाकिस्तान की हरकतों का भी सीमा पर देश के वीर जवान जवाब देते रहे हैं।

भारत की सुपर तैयारी:
चीन और पाकिस्तान की हरकतों पर लगाम लगाने के लिए भारत ने भरपूर तैयारी की है। रविवार सुबह भारत ने इसी कड़ी में सुपरसॉनिक क्रूज़ मिसाइल ब्रह्मोस के नौसैनिक संस्करण का सफल परीक्षण किया गया है। इस मिसाइल को भारतीय नौसेना के स्वदेश निर्मित विध्वंसक पोत आईएनएस चेन्नई से दागा गया। परीक्षण के दौरान सबसे अच्छी बात ये रही की मिसाइल अपने निशाने को भेदने में पूरी तरह से सफल रही। सुपरसॉनिक क्रूज़ मिसाइल ब्रह्मोस के इस संस्करण ने अपने प्रहार से निशाने को धवस्त कर दिया।

मिसाइल की खुबी को जानें:
सुपरसॉनिक क्रूज़ मिसाइल ब्रह्मोस के नौसैनिक संस्करण का भारत और रुस के संयुक्त प्रयास से निर्माण हुआ है। इस संयुक्त उपक्रम के महानिदेशक डॉ सुधीर मिश्रा के मुताबिक, “नौसैनिक युद्धपोत पर तैनात यह मिसाइल एक प्रमुख संहारक प्रक्षेपास्त्र के तौर पर सतह से सतह पर वार के किसी भी कठिन मिशन को अंजाम दे सकती है. इसकी मौजूदगी भारतीय नौसेना के जहाज़ों की विध्वंसक क्षमता में क़ई गुना का इजाफा करती है”

रक्षामंत्री ने जताई खुशी:
सुपरसॉनिक क्रूज़ मिसाइल ब्रह्मोस के नौसैनिक संस्करण का सफल परीक्षण होने पर देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने खुशी जताई है। उन्होने देश की सुरक्षा तकनीक में इसे मील का पत्थर बताया।

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