निकिता के कातिल गिरफ्तार हो चुके हैं। लेकिन आरोपियों को फांसी की मांग को लेकर बवाल जारी है। निकिता हत्याकांड को लेकर आज बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान में हिन्दू सर्व समाज की 36 बिरादरियों ने महापंचायत की। जिसमें दिल्ली NCR और पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई हलकों से लोग शामिल हुए। महापंचायत में निकिता को इंसाफ दिलाने के लिए दो बड़े बड़े पोस्टर भी लगाए गए थे। महापंचायत का मकसद था कि निकिता के हत्यारों को फास्ट ट्रैक कोर्ट से जल्द फांसी दी जाए। बल्लभगढ़ में बढ़ते लव जिहाद के मामलों को रोका जाए कानून व्यवस्था मजबूत की जाए। वहीं पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के साथ आर्थिक मदद देने के लिए आवाज बुलंद की गई। महापंचायत के बाद दिल्ली-आगरा हाईवे पर जमकर हंगामा हुआ. भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

बवाल, तोड़फोड़ और पथराव

पंचायत के बाद वबाल शुरु हो गया। करीब साढ़े 12 बजे सैंकड़ो की तादाद में कुछ युवक NH 2 पर पहुंच गए और रास्ते को जाम कर दिया। थोड़ी देर बाद ही पुलिस ने उन्हें समझा बुझाकर लौटा दिया वो पलवल की तरफ पैदल बढ़ते गए। अचानक एक कॉलोनी से पत्थर बाज़ी शुरू हो गई थी और स्थिति को संभालने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। पत्थरबाजी करने के बाद हंगामा करने वाले मौके से फरार हो गए। बताया जा रहा है कि पंचायत में स्थानीय कांग्रेसी नेता के पहुंचने से भी लोग नाराज थे क्योंकि निकिता मर्डर केस के मुख्य आरोपी का परिवार कांग्रेस पार्टी से संबंधित हैं। ऐसे में कांग्रेस नेता के पंचायत में पहुंचने से लोग नाराज हो गए और हंगामा शुरू कर दिया।

बवाल के बाद पुलिस का लाठीचार्ज

बवाल बढ़ता देख पुलिस को लाठीचार्ज करके माहौल को शांत करना पड़ा। पहला लाठीचार्ज करीब दोपहर 2 बजे हुआ जिसके बाद करीब 40 मिनट बाद हालात काबू में आए तभी महापंचायत से वापसी के दौरान एकबार फिर से हंगामा होने पर पुलिस ने कार्रवाई की। डीसीपी सुमेर ने कहा कि महापंचायत करने की अनुमति नहीं दी गई थी। साथ ही भीड़ ना जुटाने के लिए भी कहा गया था। उपद्रवियों ने हाईवे जाम के दौरान पत्थरबाजी की, उन्हें काबू करने के लिए पुलिस को लाठियां चलानी पड़ी। अब हालात सामान्य हैं और उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। क्या अब तक किसी शख्स की पहचान हो पाई है। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी हाईवे पर काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए थे। भीड़ के बीच में घुसकर कुछ लोगों ने माहौल खराब किया है। फिलहाल हमने लोगों को समझा कर सड़क से वापस भेजा है। हमारी प्राथमिकता फिलहाल कानून-व्यवस्था बनाए रखने की है। वहीं, इस घटना के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का बयान आया। उन्होंने कहा कि ये लव जिहाद का मामला है। इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। मामले की जांच चल रही है।

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