उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी-बेटी के पॉजिटिव आने बाद उनके स्टॉफ कर्मी समेत सात नए मरीज शुक्रवार को मिले हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची है। सभी मरीज होम आईसोलेशन में हैं। डॉक्टरों की टीम उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए हैं। सीएमओ डॉ. मनोज के मुताबिक, पूर्व सीएम की बेटी बाद उनकी पत्नी पॉजिटिव आई थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनके स्टॉफ की जांच शुरू किया तो इसमें एक स्टॉफ भी पॉजिटिव निकला है। उसका भी जिनोम सिक्वेसिंग के लिए नमूना भेजा गया है।
पूर्व सीएम के घर में तीन लोगों के पॉजिटिव आने बाद शुक्रवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच किया। इममें 60 अन्य स्टॉफ के नमूने लिए गए। सभी को आईसोलेशन में रहने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि तीन केस में अब तक 161 लोगों के नमूने लिए जा चुके हैं। इसके बाद भी कोई पॉजिटिव आया तो फिर से कांट्रेक्ट ट्रेसिंग कराई जाएगी।
वहीं शहर के दूसरे इलाको की बात करी जाएं तो अलीगंज बड़ा चांदगंज निवासी युवक अपनी मां के ऑपरेशन लिए केजीएमयू यूरोलॉजी विभाग ले गया था। वहां पर मरीज-तीमारदार दोनों की जांच हुई। दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उदयगंज इलाके कबीरनगर निवासी व्यवसायी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह जगदीशपुर स्थित अपनी फैक्ट्री में आता जाता था। हल्के लक्षण आने पर डॉक्टर की सलाह पर जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
इसके अलावा गोमतीनगर के दंपति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि दोनों की ट्रेवल हिस्ट्री नहीं मिली है। सभी मरीज होेम आईसोलेशन में हैं। ठाकुरगंज के नैपियर रोड का रहने वाला एक युवक दुबई की फ्लाइट से लखनऊ एयरपोर्ट पर आया था। एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच किया तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मरीज होम आईसोलेशन में हैं।
डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद वर्धन ने बताया जिस फ्लाइट से यात्री आया था। उसकी सीट के आगे और पीछे की तीन सीट के यात्रियों का रिकार्ड एयरपोर्ट अर्थारिटी से मांगा गया है। जो यात्री दूसरे जिले के होंगे तो संबंधित जिले के सीएमओ को सूचना देकर जांच कराई जाएगी।
बता दें कि पॉजिटिव आए यात्री का नमूना जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजा गया है। कोरोना के मामलों को बढ़ता देख लोगों को सतर्क हो जाना चाहिए। क्योंकि हल्की सी लापरवाही आपकी सेहत को हानि पहुँचा सकती है। क्रिसमस और न्यू ईयर में लोगों को ज्यादा ध्यान पड़ेगा, इसी समय लोग एक साथ मिलेगे, पार्टी करगें। इन सबको नज़र में रखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों को सख्त से सख्त नियम लाने चाहिए ताकि देश के लोग सुरक्षित रह सके।