कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। लेकिन लोगों में मानो कोरोना का खौफ खत्म हो चुका है। देश अनलॉक की तरफ तेजी से बढ़ रहा है महामारी भी तेजी से अपने पांव पसार रही है। त्योहारों का सीजन भी सामने ही खड़ा है। इन सबके बीच पीएम मोदी ने एक बार फिर कोरोना को लेकर देश के नाम संदेश दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते 215 दिन में सातवीं बार आज देश के नाम संदेश लेकर आए। उनका यह संदेश भी कोरोना पर ही था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 मिनट बोले और कोरोना से सावधानी बरतने की अपील की। कबीरदास के एक दोहे का जिक्र किया। रामचरित मानस में लिखी एक बात बताई। तीन धर्मों के छह त्योहारों नवरात्र, दशहरा, ईद, दीपावली, छठ पूजा और गुरुनानक जयंती का जिक्र किया। उसके बाद प्रधानमंत्री ने अपील की, जब तक कोरोना की दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं।

त्योहारों के मौसम में सावधानी जरुरी

प्रधानमंत्री का संबोधन कोरोना पर केंद्रीत रहा। उन्होंने कहा कि त्योहारों के मौसम में हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि कोरोना नहीं खत्म हुआ है। त्योहारों का समय हमारे जीवन में खुशियों और उल्लास का समय है। एक कठिन समय से आगे निकलकर हम आगे बढ़ रहे हैं। जीवन की जिम्मेदारियों को निभाना और सतर्कता दोनों साथ-साथ चलेंगे, तभी जीवन में खुशियां बनी रहेंगी। पीएम मोदी ने कहा कि, भारत जिस संभली हुई स्थिति में है उसे हमें बिगड़ने नहीं देना है। भारत में रिकवरी रेट बेहतर है। हम अमेरिका, ब्राजिल और ब्रिटेन जैसे देशों से भारत अच्छी स्थिति में है। आज हमारे देश में कोरोना मरीजों के लिए 90 लाख से ज्यादा बेड्स उपलब्ध है, 12 हजार कोरोना सेंटर्स हैं।  धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही है। लॉकडाउन नहीं भूलने की अपील करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भले ही देश अनलॉक की तरफ हो लेकिन  वायरस नहीं गया है। जब तक सफलता पूरी न मिल जाए, लापरवाही नहीं करनी चाहिए। जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती,  हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है।

वैक्सीन का इंतजार, सरकार तैयार

अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, बरसों बाद हम ऐसा देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर पूरी दुनिया में काम हो रहा है। अनेक देश काम कर रहे हैं और हमारे देश के वैज्ञानिक भी जी-जान से इसमें जुटे हैं। भारत में भी कई वैक्सीन पर काम चल रहा है। कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी, वो जल्द से जल्द हर नागरिक तक कैसे पहुंचे, इसके लिए सरकार की तैयारी जारी है।

जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं

पीएम मोदी ने कबीरदास के एक दोहे का जिक्र किया। रामचरित मानस में लिखी एक बात बताई। उन्होंने कहा, रामचरित मानस में शिक्षाप्रद बातें हैं और चेतावनियां भी हैं। इसमें कहा गया है कि रिपु रुज पावक पाप प्रभु अहि गनिअ न छोट करि। यानी आग, शत्रु, पाप यानी गलती और बीमारी को कभी छोटा नहीं समझना चाहिए। जब तक इनका पूरा इलाज ना हो जाए, इन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए। बिहार में वोटिंग से 8 दिन पहले उन्होंने यह अपील की, जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं।

भारत में कोरोना का कहर

कोरोना काल में इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को कुल 6 बार संबोधित कर चुके हैं और ये सातवीं बार पीएम मोदी ने देश के नाम संदेश दिया। इससे पहले पीएम मोदी 19 मार्च, 24 मार्च, 3 अप्रैल, 14 अप्रैल, 12 मई और 30 जून को देश को संबोधित कर चुके हैं। बता दें कि देश में कोरोना की स्थिति इस वक्त भी गंभीर बनी हुई है। देश में कुल कोरोना केस की संख्या 76 लाख के करीब है और इस महामारी से एक लाख लोगों की मौत हो गई है। हालांकि, कुछ दिनों में देश में एक्टिव केस की संख्या घटी है। वहीं देश अब अनलॉक की प्रक्रिया में चल रहा है और लगातार बाजार, सिनेमा हॉल, स्कूल जैसी सुविधाएं खुलने लगी हैं और त्योहार भी नज़दीक हैं।

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