नई दिल्ली : गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नि:शुल्क अन्न वितरण योजना अन्नोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी की पांच लाभार्थी से सीधा संवाद करने के बाद लोगों को संबोधित किया। इस दौरान वाराणसी सहित कई जगहों पर लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने अनुभव साझा किए। संवाद के दौरान लाभार्थियों ने योजना के लाभ और उनके अनुभवों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया।
बता दें, इस अवसर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा आज आप सभी से बात कर संतोष हो रहा है, क्योंकि दिल्ली से भेजे गए हर अन्न का दाना लाभार्थियों की थाली तक सीधा पहुंच रहा है। इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार पर तंज कसते हुए कहा कि अब लूट का रास्ता नहीं बचा है। संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर और अयोध्या का जिक्र करते हुए कहा कि आज से दो साल पहले 5 अगस्त को ही जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा और पिछले साल इसी दिन भव्य राम मंदिर की निर्माण की ओर देश ने कदम रखा। आज फिर देश के लिए उमंग का अवसर है क्योंकि ओलंपिक में आज ही के दिन हमारे हॉकी खिलाड़ियों ने मेडल जीतकर पुराने गौरव को हासिल करने का मौका दिया है।
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गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से पिछले साल अप्रैल से नवंबर तक और इस साल मई से जुलाई तक करीब 09 करोड़ 99 लाख 97 हजार 815 कुंतल निशुल्क राशन बांट दिया गया है। केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से 16 महीने तक प्रति यूनिट पांच किलो राशन दिया गया, एक व्यक्ति को 80 किलो राशन अभी तक दिया जा चुका है।