भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने गुरुवार को गाजीपुर (दिल्ली-उत्तर प्रदेश) सीमा पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फसल खरीद के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), 2021-22 में  भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उनका दावा है कि बिचौलियों और अधिकारियों ने फर्जी तरीके से जमीन दिखाकर वहां से गेंहू की खरीद भी की। टिकैत ने अपने बयान में कहा कि रामपुर में एमएसपी खरीद में 26,000 किसानों में से 11,000 किसान फर्जी थे… हम दस्तावेज मुहैया कराएंगे। जिन जगहों पर स्कूल और भवन बन रहे हैं, वहां खेती दिखाई जा रही है।

उन्होंने आगे कहा-रामपुर में एमएसपी पर खरीद के दौरान मिल मालिकों, बिचौलियों और सरकारी अधिकारियों ने जमकर फर्जीवाड़ा किया… प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने आरोप लगाया कि रामपुर में अभिनेत्री जयाप्रदा के स्कूल की जमीन पर खेती दिखाकर खरीदी गई। राकेश टिकैत ने कहा है कि पूरे मामले के सबूत के दौर पर उनके पास दस्तावेज मौजूद हैं और वो सरकार से इस फर्जीवाड़े की सीबीआई जांच की मांग करते हैं… हम किसान रामपुर के अलावा अन्य जिलों में भी इसी तरह की धोखाधड़ी का पर्दाफाश करेंगे। पूरे मामले को लेकर भारतीय किसान संघ भी इस मुद्दे को यूपी मिशन में उठाएगा।

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बुधवार को गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में बताया था कि दिल्ली पुलिस ने किसान प्रदर्शन की आड़ में विरोध करने वाले 183 लोगों को गिरफ्तार किया है लेकिन वो अभी जमानत पर हैं। हाल ही में संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने घोषणा की थी कि प्रदर्शनकारी किसान स्वतंत्रता दिवस को ‘किसान मजदूर आजादी संग्राम दिवस’ के रूप में मनाएंगे और देश भर में तिरंगा मार्च निकालेंगे। बता दें कि बीते हफ्ते भर से किसान जंतर-मंतर पर किसान  नये कृषि तीन कानूनों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि ये तीन बिल किसानों के हित में नहीं है।

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