करीब एक महीने से नए कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। पंजाब और हरियाणा से आये भारी संख्या में किसान 30वें दिन भी अपनी मांगों को लेकर कृषि कानून के प्रति विरोध जता रहे हैं। किसान इस विरोध आंदोलन के जरिये तीनों नए कानूनों को वापिस लेने की मांग कर रहे हैं। किसान ये आंदोलन इसलिए कर रहे हैं क्यूंकि उनका केंद्र सरकार पर आरोप है कि इस कानून से उनकी आय में कमी हो जाएगी और ज्यादातर नियंत्रण बड़े उद्योगपतियों के हाथों में चला जाएगा।लेकिन, किसानों के आरोपों से विपरीत सरकार का कहना है कि ये तीनों कानून किसानों के हित में हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच कई दुखद घटनाएं भी हुई हैं। जहां बढ़ते दिनों के साथ ये आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा तो वहीं इस बीच पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक बटन दबाकर जारी कर दी। देश के 9 करोड़ से ज्यादा किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर हो गए।

अरुणाचल के किस्सनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि – कुछ लोग ऐसा भ्रम फैला रहे हैं कि आपकी फसल का कोई कांट्रैक्ट करेगा तो जमीन भी चली जाएगी। इतना झूठ बोल रहे हैं। किसानों के जीवन मे खुशी, हम सभी के जीवन में खुशी बढ़ा देती है। आज का दिवस तो बहुत ही पावन भी है। किसानों को आज जो सम्मान निधि मिली है, उसके साथ ही आज का दिन कई अवसरों का संगम बनकर भी आया है।

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