नए कृषि कानूनों को लेकर घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना संकट, किसान आंदोलन और चीन के मुद्दे पर आज मोदी सरकार को जमकर घेरने का प्रयास किया। मीडिया से रूबरू हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नया कृषि कानून खेती को बर्बाद करने वाला है। केन्द्र की मोदी सरकार अपने तीन चार दोस्तों को फायदा पहुंचाने के मकसद से किसानों को खत्म करना चाहती है। लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को 2 महीने का वक्त होने को है। कई दौर की बातचीत के बावजूद ये फसाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। वहीं नए कृषि कानूनों को लेकर सियासत भी जोरों पर है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज मीडिया के सामने आए और केन्द्र की मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए, नए कृषि कानून को खेती को बर्बाद करने वाला करार दिया।

किसानों के रण में राहुल का ‘चक्रव्यूह’

राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक-एक चरण के हिसाब से किसानों को खत्म करने में जुटे हैं। अपने तीन-चार उद्योगपति दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए देश के किसानों को खत्म करना चाहते हैं। लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी। राहुल गांधी यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के आंदोलन का सम्मान करती है। लेकिन सरकार के खिलाफ जो भी बोलता है ये लोग उसे देशद्रोही करार देने लगते हैं। ये RSS के संस्कार हैं, जो भी इनके खिलाफ बोलता है, उसे ये लोग देशद्रोही बता देते हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने भट्टा परसौल और किसानों की कर्जमाफी को लेकर कांग्रेस की पीठ थपथपाने का प्रयास किया।

बिना फैक्ट वाली बात क्यों ?

इसके साथ ही राहुल गांधी ने सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश में चीन ने एक गांव बसा लिया है। जिस पर पलटवार करते हुए केन्द्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट करते हुए उल्टा कांग्रेस पर आरोप मढ़ दिया कि राहुल जिस गांव की बात कर रहे हैं, वहां कांग्रेस की सरकार के दौरान ही चीन ने कब्जा किया था। किरण रिजिजू ने आरोप लगाते हुए कहा कि हैरानी होती है कि एक राष्ट्रीय स्तर का नेता कैसे बिना फैक्ट के ऐसे आरोप लगा सकता है।

आंदोलन पर सियासत का क्या काम ?

कुल मिलाकर किसानों के आंदोलन को लेकर जमकर सियासी रोटियां सेकीं जा रही हैं। केन्द्र सरकार जहां नए कृषि कानूनों को किसानों के लिए फायदेमंद बता रही है। वहीं विपक्षी पार्टियां इस पर सवाल खड़े कर रही हैं। वहीं खबर ये है कि कांग्रेस में जल्द ही संगठनात्मक बदलाव होने हैं। सूत्रों की मानें तो जल्द कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पार्टी के भविष्य को लेकर फैसला हो सकता है। और राहुल गांधी एक बार फिर पार्टी की कमान संभाल सकते हैं।

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