कोरोना के चलते भारत की चौपट पड़ी इकोनॉमी अब धीरे धीरे रफ्तार पकड़ रही है। इस बीच रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बयान देते हुए कहा है कि रेलवे से कालोनी में सुधार संभव है, लेकिन इकोनामी में रेलवे की भागीदारी हो,इससे पहले रेलवे में सुधार की जरूरत है।रेलवे में इकनोमिक को गति देने की पूरी ताकत है।

एक निजी चैनल के कार्यक्रम में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए। सरकार की पहली प्राथमिकता यही है शहर के हिसाब से रेलवे स्टेशन को बनाने की जरूरत है। जब रेलवे स्टेशन रीजनल कल्चर से जुड़कर बनेगा तो बहुत ज्यादा बेहतर होगा।

उन्होंने कहा कि करीब 40 रेलवे स्टेशनों का डिजाइन बनकर तैयार है। जो आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हमसे कहा है कि इस तरह से रेलवे स्टेशनों का विस्तार होना चाहिए जो अगले 50 सालों के लिए हो। उन्होंने यह भी कहा कि अगले दो-तीन सालों में ढाई सौ से तीन सौ रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होने वाला है।

कंपनियों के निजीकरण के सवाल पर रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे को प्राइवेट के हाथों में सौंपने का सवाल ही नहीं उठता है। रेलवे का कभी भी निजीकरण नहीं किया जाएगा। दुनियाभर में रेलवे सरकार चलाती है और यहां भी सरकार ही चलाएगी।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं

Share.
Exit mobile version