कोरोना काल में प्रभावित हुई रेल व्यवस्था अब धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। रेलवे लगातार यात्रियों के लिए नई-नई सुविधाएं लेकर आ रहा है। इसी क्रम में उत्तर रेलवे के दिल्ली मंडल ने रेलयात्रियों के लिए ऐप आधारित बैग्स ऑन व्हील्स सेवा के लिए ठेका जारी किया है। ये सेवा यात्री के घर से उसके कोच तक सामान लाने और पहुंचाने वाली एक सुगम सेवा होगी। उत्तर और उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि रेलवे लगातार नए उपायों से राजस्व को बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। इसी दिशा में काम करते हुए दिल्ली मंडल ने हाल ही में गैर-किराया-राजस्व अर्जन योजना के अंतर्गत ऐप आधारित बैग्स ऑन व्हील्स सेवा के लिए ठेका प्रदान करके मील का पत्थर स्थापित किया है। भारत रेल पर रेलयात्रियों के लिए यह अपनी तरह की पहली सेवा है।

अब सफर में लगेज की टेंशन नहीं

दिव्यांगजन और अकेले सफर करने वाले लोगों की मुश्किलें आसान होंगी। सफर के बाद भी आपका लगेज ट्रेन से आपके घर तक पहुंचाएगा रेलवे। शुरुआत में यह सेवा नई दिल्ली, दिल्ली जं., हजरत निजामुद्दीन, दिल्ली छावनी, दिल्ली सराय रोहिल्ला, गाजियाबाद और गुरुग्राम रेलवे स्टेशनों पर ही उपलब्ध होगी। इसके लिए रेलवे के ऐप के जरिए पहले से बुकिंग करनी होगी। ट्रेन के स्टेशन से रवाना होने से पहले आपका सामान आपकी ट्रेन तक पहुंचाना रेलवे की जिम्मेदारी होगी। डोर टू डोर सेवा के लिए यात्रियों को अलग से शुल्क देना होगा। यह ऐप एंड्रॉयड और आईफोन उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होगा। यात्री का सामान सुरक्षित तरीके से लेकर रेलयात्री के बुकिंग विवरण के अनुसार सामान उसके घर तक पहुंचाने का कार्य ठेकेदार द्वारा किया जाएगा ।

यात्रिगण अब परेशानी से मुक्त

नाम मात्र के शुल्क पर रेलयात्रियों को सामान की डोर-टू-डोर सेवा फर्म द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी और यात्री के घर से उसका सामान रेलगाड़ी में उसके कोच तक अथवा उसके कोच से उसके घर तक सुगमता से पहुंचाया जाएगा। यह सेवा रेलयात्रियों विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग जनों और अकेले यात्रा कर रही महिला यात्रियों के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगी। इस सेवा की खास खूबी यह है कि सामान की सुपुर्दगी रेलगाड़ी के प्रस्थान से पहले सुनिश्चित की जाएगी। इसके फलस्वरूप यात्री कोच तक सामान लाने और ले जाने की परेशानी से मुक्त हो एक अलग ही प्रकार की यात्रा का अनुभव करेंगें। इस सेवा से न केवल यात्री लाभान्वित होंगे बल्कि रेलवे को भी सालाना 50 लाख रुपए के गैर किराया राजस्व की प्राप्ति के साथ ही साथ में एक साल की अवधि के लिए 10% की हिस्सेदारी भी प्राप्त होगी। भारतीय रेलवे के यात्रियों ने अब तक पैलेस ऑन व्हील्स सेवा का आनंद उठाया है, अब वह बैग्स ऑन व्हील्स सेवा का भी आनन्द ले सकेंगे।

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