उत्तर प्रदेश चुनाव को देखते हुए बीजेपी पार्टी में बैठकों का दौर जारी है। चुनाव में जनता को लुभाने के लिए घंटों की मीटिंग कर रणनीति तैयार की जा रही है। यूपी में पार्टी चुनावों को देखते हुए पिछड़ी जातियों को भी अपने साथ करना चाहती है इसलिए छोटे-छोटे सियासी दलों को एक किया जा रहा है। डॉ संजय निषाद की निषाद पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी का पूरा सपोर्ट करने के लिए तैयार है और चुनावों के लिए रणनीति तैयार करने के लिए बैठकों में हिस्सा ले रही है। बीजेपी भी यूपी में निषाद पार्टी का पूरा सहयोग कर रही है।आगामी चुनाव से पहले ही संजय निषाद से सीएम योगी के चेहरे पर चुनाव लड़ने का समर्थन किया है। हालांकि पार्टी की तरफ से ये साफ नहीं किया गया है कि चुनाव किसके चेहरे पर लड़ा जाएगा।

संजय निषाद ने सीएम योगी की तारीफ करते हुए आजतक से खास बातचीत में कहा कि  2022 के चुनाव में योगी आदित्यनाथ ही बीजेपी का चेहरा होंगे। सीएम योगी का सपोर्ट करते हुए निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी चाहती है सीएम योगी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जाए क्योंकि पहले से ही वो निषाद समाज के लिए लड़ते रहे हैं और उनके विकास के लिए काम करते रहे हैं।यूपी में योगी आदित्यनाथ से मुफीद और कोई चेहरा हो ही नहीं सकता।

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गुरुवार को हुई बैठक के बारे में बात करते हुए निषाद ने कहा कि पार्टी प्रदेश में विकास के विषयों पर चर्चा करती है। बैठकों में सकारात्मक अलग-अलग मुद्दों पर बात हुई। बीजेपी हमारी सारी शर्तों को मानने के लिए तैयार है। बता देें कि निषाद ने हर ग्राम सभा में तालाबों और जलाशयों पर निषादों का अधिकार बहाल करने की भी मांग की है। 2007 में मायावती सरकार ने प्रावधान में बदलाव किया। निषाद ने सरकार को इसे बहाल की मांग रखी है। साथ ही आंदोलन के दौरान आगरा, गोरखपुर, जौनपुर और गाजीपुर में निषादों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की भी शर्त रखी है। अब देखना ये होगा की बीजेपी चुनावों के मद्देनजर किन शर्तों को पूरा करती है।

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