करनाल में किसानों का सर फोड़ देने का आदेश देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा का हरियाणा सरकार ने ट्रांसफर कर दिया है। लंबे समय से किसान मांग कर रहे थे कि एसडीएम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए अब इस बीच उनका ट्रांसफर कर दिया है लेकिन किसानों को इससे तसल्ली नहीं है। उन्होंने एक प्रेस रिलीज कर अपनी नाराजगी जाहिर की है।

किसानों ने यह साफ किया है कि हरियाणा सरकार ने दोषी एसडीएम को सजा नहीं सुनाई है, बल्कि उसका ट्रांसफर कर सुरक्षा देने की कोशिश की है। प्रेस रिलीज में लिखा है कि यह तो सिर्फ सुरक्षा के साथ प्रमोशन दे दिया गया है। इसे सजा तो कहा ही नहीं जा सकता। हरियाणा सरकार एक आरोपी को बचाने की विफल कोशिश कर रही है। जब तक एसडीएम के खिलाफ 6 सितंबर तक हत्या के चार्ज नहीं लगा दिए जाते हैं, यह विरोध प्रदर्शन जारी रहने वाला है हम सभी किसान करना लघु सचिवालय का घेराव करेंगे।

किसानों द्वारा जानकारी दी गई है कि मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस महापंचायत को सफल बनाने के लिए कई मीटिंग कर ली गई है और कई जिलों से संपर्क साधा जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि 5 सितंबर को एक ऐतिहासिक महापंचायत को अंजाम दिया जाएगा।

सयुंक्त किसान मोर्चा ने उस लाठीचार्च की भी कड़े शब्दों में निंदा की है जो KKU के कार्यकर्ताओं संग पंजाब में उस समय की गई जब वे अकाली दल के नेता सुखबीर बादल से मिलने जा रहे थे। उन पर लाठीचार्च किया गया था। किसानों ने मांग की है कि उन तमाम अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए जिन्होंने शांति से प्रदर्शन कर रहे किसानों पर बल का यूं प्रयोग किया।

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