न जाने बलात्कार जैसी शर्मनाक घटनाएं घटनी कब बंद होंगी। न जाने कब लड़कियां बिना किसी डर के घर से बाहर रहकर खुद को सुरक्षित महसूस करेंगी। हम आये दिन बलात्कार की घटनाएं पढ़ते या सुनते रहते हैं, और मोमबती लेकर, कैंडल मार्च निकालकर इन्साफ की गुहार लगाते रहते हैं। लेकिन,अफ़सोस स्थिति जस की तस बनी रहती है और फिर हम एक दो दिन बाद बलात्कार की नयी घटना को सुन लेते हैं और फिर से वही प्रक्रिया दोहराते हैं । हाल ही में, उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में बेलाताल कस्बे में एक दलित छात्रा के साथ कथित तौर पर गैंगरेप करने के बाद उसकी निर्मम हत्या कर दी गयी। इस घिनौनी घटना के आरोप में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है।

कुलपहाड़ कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रवींद्र तिवारी ने इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार शाम करीब सात बजे बेलाताल कस्बे के करारीपुरा मोहल्ले की 12वीं कक्षा की दलित छात्रा का शव कस्बे से कुछ दूर छैमाही देवी मंदिर के पास एक पेड़ से लटका मिला था। छात्रा का शव मिलने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। लड़की की मां की शिकायत पर बेलाताल कस्बे के ही तीन युवक रोहित, भूपेंद्र और तरुण के खिलाफ अपहरण, सामूहिक बलात्कार, हत्या और अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर, उन्हें गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल मामले की जांच कुलपहाड़ के पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) कर रहे हैं।

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