लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होने के बाद अब मस्जिद के निर्माण की प्रक्रिया तेज हो गयी है। अयोध्या के विवादित स्थल पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में 5 एकड़ जमीन मस्जिद निर्माण के लिए देने का फैसला किया था। उसी पांच एकड़ जमीन पर अब मस्जिद और अस्पताल आदि बनाने के लिए पैमाईश का काम जारी रहा शुरू हो गया है। इस निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट इण्डो इस्लामिक कल्चरल फाण्डेशन के प्रवक्ता अतहर हुसैन ने बताया कि दो-तीन दिन में पैमाईश का काम पूरा हो जाएगा। ट्रस्ट के मुताबिक इसके नक्शे और एस्टिमेट को लेकर बात चल रही है। आने वाले कुछ दिनों में यह साफ हो जाएगा कि मस्जिद के निर्माण पर कितना खर्च आएगा और कितना समय लगेगा। इसके अलावा इंडो इस्लामिक कल्चरल ट्रस्ट ने अपना लोगो भी जारी कर दिया है। अष्टकोणीय सितारे के आकार का यह  ‘लोगो’ धन्नीपुर गांव में बनने वाली मस्जिद व अन्य निर्माण का भी निशान होगा। 

इंडो-इस्लामिक कल्चरल ट्रस्ट के प्रवक्ता अतहर हुसैन के मुताबिक यह लोगो हिन्दुस्तानी-इस्लामी वास्तुशिल्प का प्रतीक चिन्ह है। अतहर हुसैन के मुताबिक दिल्ली में हुमायूं का मकबरा जिसे बादशाह अकबर ने बनवाया था उसमें इसी प्रतीक चिन्ह पर आधारित वास्तुकला मिलती है। वही इस लोगो के जारी होने के बाद उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वफ्फ बोर्ड ने खुशी जाहिर की है। दरसल राम मंदिर को लेकर फैसला आने के बाद से ही मंदिर निर्माण को लेकर काफी तेजी दिख रही थी तो वही मस्जिद निर्माण को लेकर कोई सुगबुगाहट नही थी लेकिन राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद आनन-फानन में मस्जिद के निर्माण कार्य में भी काफी तेजी आ गयी।

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