वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के बाद अब लोगों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई है। ज्ञानवापी मस्जिद केस को लेकर दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रतन लाल को आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया। रतनलाल को कल 20 मई की रात हिरासत में लिया गया। उन्होंने ज्ञानवापी विवादित ढांचे के सर्वे के दौरान मिले शिवलिंग को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसके बाद से लगातार उनकी गिरफ्तारी की मांग उठाई थी।

गिरफ्तारी को बताया जायज

दिल्ली पुलिस के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने रतनलाल की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उनका कहना है कि रतनलाल को फेसबुक पर धार्मिक भावनाओं के अपमान के आरोप में एफआईआर संख्या 50/22 के तहत गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद से रतनलाल ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा हैं। अधिकतर लोग उनकी गिरफ्तारी को जायज और जरूरी बता रहे हैं वहीं कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया है।

विनीत जिंदल ने दर्ज कराई थी शिकायत

दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर रतनलाल के खिलाफ शिकायत सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने दर्ज कराई थी। पुलिस के मुताबिक प्रोफेशन रतनलाल को भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए (धर्म का अपमान कर किसी वर्ग की धार्मिक भावना को जानबूझकर आहत करना) के तहत साइबर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। रतनलाल ने शिवलिंग की फोटो शेयर करते हुए लिखा कि यदि वह शिवलिंग है तो लगता है शायद शिवजी का हीं खतना कर दिया गया था।

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कोर्ट में पेश कर सकती है पुलिस

इस टिप्पणी के बाद रतनलाल ने फनी इमोजी भी शेयर की थी। रतनलाल के इस पोस्ट के बाद हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया गया। ‌कई लोगों ने पोस्ट पर कड़ा जवाब देते हुए कार्यवाही करने की मांग करते हुए दिल्ली पुलिस के ट्विटर हैंडल को भी टैग किया। लगातार गिरफ्तारी की मांग करते हुए कल 20 मई शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने रतनलाल को हिरासत में भेजा। जानकारी के मुताबिक रतनलाल को कल कोर्ट में पेश भी किया जा सकता है।

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