लखनऊ: देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार जारी है. राज्य में संक्रमण से एक दिन में सबसे ज्यादा 120 लोगों की मौत हो गई है. वहीं कड़ा कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने प्रत्येक रविवार को लॉकडाउन लागू करने का फैसला किया है। राज्य के मुखिया योगी आदित्यनाथ, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी कोरोना की चपेट मे हैं। इसके अलावा राजधानी लखनऊ में भी हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।

एक्शन में राज्यपाल आनंदीबेन:
कोरोना संकट को लेकर यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन ने कहा कि, किसी भी मरीज से निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली ना हो, इस बात का विशेष ध्यान रखें. कोविड से संबंधित जानकारी देने के लिए स्थापित हेल्प सेंटर ठीक तरह से काम करें ये भी सुनिश्चित किया जाए साथ ही इसमें किसी प्रकार की लापरवाही ना हो.

मास्क को लेकर सख्त हुई राज्यपाल:
राज्यपाल आनंदीबेन ने कोरोना संकट पर लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और कानपुर के डीएम से फोन पर बातचीत की। उन्होने अधिकारियों से संबंधित जिलों के बारे में जानकारी ली, और कोरोना काल में अच्छा काम करने वाले अधिकारियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होने कोरोना संक्रमण के रोकथाम को लेकर बातचीत की तथा वैक्सीनेशन पर डॉक्टरों को और अधिकारियों से अपील की।

45 साल से ज्यादा उम्र के लोग टीका जरुर:
वहीं कोरोना से बचाव के लिए यूपी के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि, “अब तक 91,03,334 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई है. इनमें से 16,10,320 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई है. दवाओं और उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है. 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग अपना टीकाकरण जरूर करवाएं”

बेड की कमी हो गई है:
कोरोना से यूपी में हालात ऐसे हो गए हैं कि राज्य के अस्पतालों में बेड की कमी हो गई है. स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि, “दूसरी लहर में अचानक वृद्धि से बेड की कमी हो गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के साथ ऑक्सीजन और रेमेडिसवीर की आपूर्ति को लेकर चर्चा हुई थी. वर्तमान में 200 MT ऑक्सीजन और 235 MT 30 अप्रैल तक चाहिए”

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